मध्य पूर्व देशों का दौरा कर रहे अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के सऊदी अरब पहुंचने के कुछ ही घंटों में अमरीकी प्रशासन ने सऊदी अरब को बड़े पैमाने पर हथियार बेचने की रज़ामंदी दे दी है।
अमरीकी प्रशासन ने कहा है कि सऊदी अरब को हथियार बेचने की मंशा से कांग्रेस को अवगत कराया गया है।
अमरीका और खाड़ी देशों के बीच हथियारों की बिक्री का अरबों डॉलर का सौदा है जिसके तहत सऊदी अरब को आधुनिकतम हथियार बेचे जाने हैं।
इस सौदे के तहत अमरीका सऊदी अरब को सही निशाने पर बम गिराने की तकनीक भी देने वाला है जिसकी क़ीमत क़रीब 10 करोड़ 23 लाख डॉलर आंकी गई है।
अमरीका ने हथियारों की बिक्री को आगे बढ़ाने का फ़ैसला ऐसे समय मे लिया है जब राष्ट्रपति बुश ने सऊदी अरब से ईरान पर लगाम कसने में मदद मांगी है।
हालांकिे कूटनीतिक मामलों का कहना है कि अमरीका और सऊदी अरब के बीच इस बात को लेकर मतभेद हैं कि ईरान के साथ कैसे निपटा जाए।
जहां अमरीका ईरान के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने का पक्ष लेता रहा है वहीं सऊदी अरब का कहना है कि ईरान को साथ मिलाकर चलने की कोशिश करनी चाहिए और देखना चाहिए कि ईरान से कहां तक बात की जा सकती है।
बुश की सऊदी अरब यात्रा के दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच ऊरान के अलावा इस्राइल और फ़लस्तीनी शांति प्रक्रिया के बारे में भी बातचीत होने की उम्मीद है क्योंकि पिछले कुछ समय में बुश शांति प्रक्रिया शुरु कराने की कोशिश में है जिसके लिए उन्हें अरब देशों का समर्थन भी चाहिए।
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Tuesday, January 15, 2008
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