हिलेरी क्लिंटन ने केंटकी से डेमोक्रेटिक पार्टी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का चुनाव जीत लिया है। उधर ओरेगॉन में मतदान चल रहा है औऱ वहाँ ओबामा का पलड़ा भारी रहने की उम्मीद है।
मालूम होता है कि हिलेरी क्लिंटन को भरोसा है कि वह पार्टी को अपने पक्ष में करने में सफ़ल होंगी।
डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चुनाव के लिए अभी तीन और जगह मोंटाना, दक्षिण डकोटा औऱ पोर्टो रिको में चुनाव होने हैं।
लेकिन अगर ओबामा अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनके डेलिगेट की संख्या हिलेरी क्लिंटन की संख्या से और ज़्यादा हो जाएगी।
केंटकी में अपनी जीत के बाद बोलते हुए हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि जब तक उम्मीदवार का फ़ैसला नहीं हो जाता, वह चुनाव मैदान से नहीं हटेंगी।
उधर बराक ओबामा ने कहा है कि वो डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी जीतने के बेहद करीब हैं। उनका कहना था कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए हुए प्राइमरी चुनाव में डेलिगेट संख्या में उन्हें बढ़त हासिल है।
इस चुनावी महासंग्राम में कई सुपर डेलिगेट्स ने अभी यह फ़ैसला नहीं किया है कि वो क्लिंटन की तरफ़ हैं या ओबामा की तरफ़। क्लिंटन ने ऐसे ही सुपरडेलिगेट्स की ओर इशारा करते हुए कहा कि रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैक्केन के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने के लिए वो बेहतर स्थिति में हैं।
केंटकी में क्लिंटन को 65 फ़ीसदी और ओबामा को 30 प्रतिशत वोट मिले। इस जीत के बावजूद हिलेरी क्लिंटन की उम्मीदें तेज़ी से ख़त्म होती जा रही हैं।
कड़ा मुक़ाबला
ग़ौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन उम्मीदवार बनने की होड़ में बने हुए हैं।
ओबामा
क्लिंटन के लिए आगे की राह ख़त्म होती सी दिख रही है
विभिन्न राज्यों के प्राइमरी चुनावों में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है।
माना जा रहा है कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन के दौरान ही उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फ़ैसला हो सकता है।
जबकि प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी ने काफ़ी पहले जॉन मैक्केन को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुन लिया है।
उम्मीदवारी की इस लंबी दौड़ से डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता परेशान हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि दोनों उम्मीदवारों की यह लड़ाई अगस्त में होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन तक चलती हुई दिख रही है।
इसका नुक़सान यह हो सकता है कि रिपब्लिकन पार्टी के जॉन मैक्केन से लड़ाई में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार को दिक्कत पेश आ सकती है।
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Wednesday, May 21, 2008
Wednesday, April 23, 2008
हिलेरी क्लिंटन अहम चुनाव जीतीं
अमरीका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी के लिए पेंसिलवेनिया में हुए चुनावों में हिलेरी क्लिंटन जीत गईं हैं और उन्होंने ओबामा को पछाड़ दिया है।
जीत के बाद अपने भाषण मे हिलेरी क्लिंटन ने कहा,'' अमरीका को ऐसे राष्ट्रपति की ज़रूरत है जो मैदान छोड़ के न भागे।''
उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि उनकी वजह से ये नतीजे आए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि प्रतिनिधियों के समर्थन के मामले में अब भी हिलेरी क्लिंटन बराक ओबामा से पिछड़ रही हैं। लेकिन इस जीत ने उनके प्रचार अभियान में जान फूंक दी है।
अमरीका को ऐसे राष्ट्रपति की ज़रूरत है जो मैदान छोड़ के न भागे
हिलेरी क्लिंटन
ग़ौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन उम्मीदवार बनने की होड़ में बने हुए हैं।
विभिन्न राज्यों के प्राइमरी चुनावों में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है।
अब माना जा रहा है कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन के दौरान ही उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फ़ैसला हो सकता है।
कड़ा मुक़ाबला
इस मतदान से पहले तक बराक ओबामा को 1648 प्रतिनिधियों का और हिलेरी क्लिंटन को 1509 प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल था।
ओबामा
बराक ओबामा हिलेरी क्लिंटन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं
लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी हासिल करने के लिए 2024 प्रतिनिधियों का समर्थन चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी ने काफ़ी पहले जॉन मैक्केन को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुन लिया है।
उम्मीदवारी की इस लंबी दौड़ से डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता परेशान हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की वरिष्ठ नेता नैन्सी पलोसी ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार जल्दी चुन लिया जाना चाहिए।
पलोसी का कहना था कि यदि नवंबर में होने वाले चुनाव में जीत हासिल करनी है तो ज़रूरी है कि पूरी पार्टी किसी एक उम्मीदवार के पीछे खड़ी हो।
डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हॉवर्ड डीन ने भी कहा है कि वे चाहते हैं कि उम्मीदवारों की यह दौड़ जुलाई के शुरुआत में ख़त्म हो जाए।
विश्लेषकों का कहना है कि दोनों उम्मीदवारों की यह लड़ाई अगस्त में होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन तक चलती हुई दिख रही है और इसका नुक़सान यह हो सकता है कि रिपब्लिकन पार्टी के जॉन मैक्केन से लड़ाई में पार्टी को दिक्कत हो।
जीत के बाद अपने भाषण मे हिलेरी क्लिंटन ने कहा,'' अमरीका को ऐसे राष्ट्रपति की ज़रूरत है जो मैदान छोड़ के न भागे।''
उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि उनकी वजह से ये नतीजे आए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि हालांकि प्रतिनिधियों के समर्थन के मामले में अब भी हिलेरी क्लिंटन बराक ओबामा से पिछड़ रही हैं। लेकिन इस जीत ने उनके प्रचार अभियान में जान फूंक दी है।
अमरीका को ऐसे राष्ट्रपति की ज़रूरत है जो मैदान छोड़ के न भागे
हिलेरी क्लिंटन
ग़ौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन उम्मीदवार बनने की होड़ में बने हुए हैं।
विभिन्न राज्यों के प्राइमरी चुनावों में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है।
अब माना जा रहा है कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन के दौरान ही उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फ़ैसला हो सकता है।
कड़ा मुक़ाबला
इस मतदान से पहले तक बराक ओबामा को 1648 प्रतिनिधियों का और हिलेरी क्लिंटन को 1509 प्रतिनिधियों का समर्थन हासिल था।
ओबामा
बराक ओबामा हिलेरी क्लिंटन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं
लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी हासिल करने के लिए 2024 प्रतिनिधियों का समर्थन चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन पार्टी ने काफ़ी पहले जॉन मैक्केन को राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुन लिया है।
उम्मीदवारी की इस लंबी दौड़ से डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता परेशान हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी की वरिष्ठ नेता नैन्सी पलोसी ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार जल्दी चुन लिया जाना चाहिए।
पलोसी का कहना था कि यदि नवंबर में होने वाले चुनाव में जीत हासिल करनी है तो ज़रूरी है कि पूरी पार्टी किसी एक उम्मीदवार के पीछे खड़ी हो।
डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हॉवर्ड डीन ने भी कहा है कि वे चाहते हैं कि उम्मीदवारों की यह दौड़ जुलाई के शुरुआत में ख़त्म हो जाए।
विश्लेषकों का कहना है कि दोनों उम्मीदवारों की यह लड़ाई अगस्त में होने वाले पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन तक चलती हुई दिख रही है और इसका नुक़सान यह हो सकता है कि रिपब्लिकन पार्टी के जॉन मैक्केन से लड़ाई में पार्टी को दिक्कत हो।
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Monday, April 7, 2008
हिलेरी के निकट सहयोगी ने साथ छोड़ा
अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवारी हासिल करने की जी-तोड़ कोशिश कर रहीं हिलेरी क्लिंटन को झटका लगा है।
हिलेरी के मुख्य रणनीतिकार मार्क पेन ने इस्तीफ़ा दे दिया है।
मार्क पेन एक जनसंपर्क कंपनी (पीआर एजेंसी) चलाते हैं और इसे देखते हुए हिलेरी के चुनाव अभियान में उनकी भागीदारी पर सवाल उठाए गए थे।
पेन की कंपनी को कोलंबिया की सरकार से ये काम मिला हुआ है कि वो अमरीका के साथ मुक्त व्यापार समझौता कराने में मदद करे।
वहीं दूसरी ओर ख़ुद हिलेरी क्लिंटन कोलंबिया के साथ इस तरह के समझौते का विरोध करती हैं।
हिलेरी की प्रचार प्रबंधक मैगी विलियम्स ने बताया, "पिछले कुछ दिनों में हुई गतिविधियों को देखते हुए मार्क पेन से अपनी भूमिका छोड़ने को कहा गया।"
ग़लती मानी
'वाल स्ट्रीट जर्नल' ने हाल ही में प्रकाशित ख़बर में कहा था कि मार्क पेन ने अपनी कंपनी बर्सन मार्स्टेलर के प्रमुख के तौर पर 31 मार्च को कोलंबियाई राजदूत से मुलाक़ात की।
हालाँकि बाद में मार्क पेन ने एक बयान जारी कर माना कि इस बैठक में शामिल होकर उन्होंने ग़लत किया है और वे इस तरह की ग़लती नहीं दोहराएंगे।
डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन उम्मीदवार बनने की होड़ में बने हुए हैं।
विभिन्न राज्यों के प्राइमरी चुनावों में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है।
अब माना जा रहा है कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन के दौरान ही उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फ़ैसला हो सकता है।
बराक ओबामा के पास अभी 1634 प्रतिनिधि हैं और हिलेरी क्लिंटन के पास 1500 ।
लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी हासिल करने के लिए 2024 प्रतिनिधियों का समर्थन चाहिए।
हिलेरी के मुख्य रणनीतिकार मार्क पेन ने इस्तीफ़ा दे दिया है।
मार्क पेन एक जनसंपर्क कंपनी (पीआर एजेंसी) चलाते हैं और इसे देखते हुए हिलेरी के चुनाव अभियान में उनकी भागीदारी पर सवाल उठाए गए थे।
पेन की कंपनी को कोलंबिया की सरकार से ये काम मिला हुआ है कि वो अमरीका के साथ मुक्त व्यापार समझौता कराने में मदद करे।
वहीं दूसरी ओर ख़ुद हिलेरी क्लिंटन कोलंबिया के साथ इस तरह के समझौते का विरोध करती हैं।
हिलेरी की प्रचार प्रबंधक मैगी विलियम्स ने बताया, "पिछले कुछ दिनों में हुई गतिविधियों को देखते हुए मार्क पेन से अपनी भूमिका छोड़ने को कहा गया।"
ग़लती मानी
'वाल स्ट्रीट जर्नल' ने हाल ही में प्रकाशित ख़बर में कहा था कि मार्क पेन ने अपनी कंपनी बर्सन मार्स्टेलर के प्रमुख के तौर पर 31 मार्च को कोलंबियाई राजदूत से मुलाक़ात की।
हालाँकि बाद में मार्क पेन ने एक बयान जारी कर माना कि इस बैठक में शामिल होकर उन्होंने ग़लत किया है और वे इस तरह की ग़लती नहीं दोहराएंगे।
डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन उम्मीदवार बनने की होड़ में बने हुए हैं।
विभिन्न राज्यों के प्राइमरी चुनावों में दोनों के बीच कड़ा संघर्ष हुआ है।
अब माना जा रहा है कि अगस्त में पार्टी सम्मेलन के दौरान ही उम्मीदवार के चयन पर अंतिम फ़ैसला हो सकता है।
बराक ओबामा के पास अभी 1634 प्रतिनिधि हैं और हिलेरी क्लिंटन के पास 1500 ।
लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवारी हासिल करने के लिए 2024 प्रतिनिधियों का समर्थन चाहिए।
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Wednesday, February 13, 2008
ओबामा की एक और जीत
अमरीका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए प्रयास कर रहे बराक ओबामा ने वर्जीनिया और राजधानी वाशिंगटन डीसी में हिलेरी क्लिंटन को हरा दिया है।
अभी मैरीलैंड के नतीजे आने बाकी है। वाशिंगटन और वर्जीनिया में ओबामा की जीत की उम्मीद की जा रही थी जिसके साथ ही हिलेरी और ओबामा का संघर्ष और कड़ा होता जा रहा है।
मैरीलैंड में ख़राब मौसम और यातायात की समस्याओं के कारण मतदान का समय बढ़ा दिया गया था और इसी कारण मतगणना में देर हुई है। वर्जीनिया और वाशिंगटन की तरह मैरीलैंड में भी ओबामा की जीत तय मानी जा रही है।
बराक की इस जीत के बाद अब वो हिलेरी से कुछ ही मतों से पीछे चल रहे हैं। उधर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जॉन मैक्केन ने वर्जीनिया में अपनी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी माइक हकबी को हरा दिया है और अब लगता नहीं कि रिपब्लिकन पार्टी से उनकी उम्मीदवारी को कोई बड़ी चुनौती मिलने वाली है।
हिलेरी की मुश्किल
सीनेटर ओबामा ने अपने शानदार प्रदर्शन से हिलेरी क्लिंटन को दबाव में ला दिया है। हालांकि अब तक राष्ट्रीय स्तर पर बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन लगभग बराबरी पर चल रहे हैं।
हिलेरी क्लिंटन ने इस बात से इनकार किया है कि उनके प्रचार अभियान में कोई परेशानी पेश आ रही है।
हाल में बराक ओबामा ने लुइसियाना और नेब्रास्का में भी हिलेरी क्लिंटन को पीछे छोड़ दिया था।
अब हिलेरी क्लिंटन की अब नज़रें ओहायो और टेक्सास पर टिकी हैं जहाँ मार्च में मतदान होगा।
हिलेरी क्लिंटन
हिलेरी क्लिंटन ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है
माइक हकबी पर पार्टी की एकता के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का दबाव है लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है।
डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी दस फ़ीसदी प्रतिनिधियों यानी लगभग 2025 प्रतिनिधियों के समर्थन पर निर्भर है।
आमतौर पर जिसके पास जितने प्रतिनिधि होते हैं वही पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार चुन लिया जाता है।
सुपर ट्यूसडे के दिन बीस प्रांतों में मतदान हुए लेकिन डेमोक्रेटिक दावेदारों में से किसी एक को स्पष्ट मत नहीं मिले।
समर्थकों के मतों से डेलीगेट या प्रतिनिधियों का चुनाव होता है और ये प्रतिनिधि बाद में औपचारिक रूप से उम्मीदवारों का चयन करेंगे।
अभी मैरीलैंड के नतीजे आने बाकी है। वाशिंगटन और वर्जीनिया में ओबामा की जीत की उम्मीद की जा रही थी जिसके साथ ही हिलेरी और ओबामा का संघर्ष और कड़ा होता जा रहा है।
मैरीलैंड में ख़राब मौसम और यातायात की समस्याओं के कारण मतदान का समय बढ़ा दिया गया था और इसी कारण मतगणना में देर हुई है। वर्जीनिया और वाशिंगटन की तरह मैरीलैंड में भी ओबामा की जीत तय मानी जा रही है।
बराक की इस जीत के बाद अब वो हिलेरी से कुछ ही मतों से पीछे चल रहे हैं। उधर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जॉन मैक्केन ने वर्जीनिया में अपनी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी माइक हकबी को हरा दिया है और अब लगता नहीं कि रिपब्लिकन पार्टी से उनकी उम्मीदवारी को कोई बड़ी चुनौती मिलने वाली है।
हिलेरी की मुश्किल
सीनेटर ओबामा ने अपने शानदार प्रदर्शन से हिलेरी क्लिंटन को दबाव में ला दिया है। हालांकि अब तक राष्ट्रीय स्तर पर बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन लगभग बराबरी पर चल रहे हैं।
हिलेरी क्लिंटन ने इस बात से इनकार किया है कि उनके प्रचार अभियान में कोई परेशानी पेश आ रही है।
हाल में बराक ओबामा ने लुइसियाना और नेब्रास्का में भी हिलेरी क्लिंटन को पीछे छोड़ दिया था।
अब हिलेरी क्लिंटन की अब नज़रें ओहायो और टेक्सास पर टिकी हैं जहाँ मार्च में मतदान होगा।
हिलेरी क्लिंटन
हिलेरी क्लिंटन ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है
माइक हकबी पर पार्टी की एकता के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का दबाव है लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनका पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है।
डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी दस फ़ीसदी प्रतिनिधियों यानी लगभग 2025 प्रतिनिधियों के समर्थन पर निर्भर है।
आमतौर पर जिसके पास जितने प्रतिनिधि होते हैं वही पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार चुन लिया जाता है।
सुपर ट्यूसडे के दिन बीस प्रांतों में मतदान हुए लेकिन डेमोक्रेटिक दावेदारों में से किसी एक को स्पष्ट मत नहीं मिले।
समर्थकों के मतों से डेलीगेट या प्रतिनिधियों का चुनाव होता है और ये प्रतिनिधि बाद में औपचारिक रूप से उम्मीदवारों का चयन करेंगे।
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हिलेरी क्लिंटन
Friday, February 1, 2008
ओबामा और हिलेरी आमने-सामने
अमरीका में डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के दावेदार बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन पहली बार टेलीविज़न पर आमने-सामने हुए।
डेमोक्रैट जॉन एडवर्ड्स राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की होड़ से हट चुके हैं और अब सीधा मुक़ाबला अमरीकी-अफ़्रीकी मूल के ओबामा और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी सीनेटर हिलेरी क्लिंटन के बीच है।
उधर रिपब्लिकन पार्टी में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए टिकट पाने की होड़ तेज़ हो गई है। कैलीफोर्निया के गवर्नर आर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने जॉन मैककेन को अपना समर्थन दिया है।
दावेदारी हासिल करने की होड़ से बाहर हो चुके रिपब्लिकन रूडी जुलियानी ने भी मैककेन को ही अपना समर्थन दिया है।
इससे मंगलवार को 24 प्रांतों में एकसाथ उम्मीदवार तय करने के लिए होने वाले चुनाव (सुपर ट्यूज़डे) में मैककेन की दावेदारी मज़बूत मानी जा रही है।
इराक़ बना मुद्दा
बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के बीच टेलीविज़न पर हुई पहली बहस में इराक़ युद्ध का मुद्दा फिर उभरा।
ओबामा ने दावा किया कि इराक़ में संघर्ष ख़त्म करने के लिए वह सबसे सही राष्ट्रपति साबित होंगे।
दूसरी ओर हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि वो राष्ट्रपति बनीं तो जल्द से जल्द इराक़ से अमरीकी सेना वापस बुला लेंगी।
इससे पहले दोनों नेताओं ने उम्मीदवारी की आपसी होड़ से इतर हटते हुए कहा कि नीतिगत मसलों पर मुख्य मतभेद उनके बीच नहीं है बल्कि डेमोक्रैटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी के बीच है।
डेमोक्रैट जॉन एडवर्ड्स राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की होड़ से हट चुके हैं और अब सीधा मुक़ाबला अमरीकी-अफ़्रीकी मूल के ओबामा और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी सीनेटर हिलेरी क्लिंटन के बीच है।
उधर रिपब्लिकन पार्टी में भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए टिकट पाने की होड़ तेज़ हो गई है। कैलीफोर्निया के गवर्नर आर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने जॉन मैककेन को अपना समर्थन दिया है।
दावेदारी हासिल करने की होड़ से बाहर हो चुके रिपब्लिकन रूडी जुलियानी ने भी मैककेन को ही अपना समर्थन दिया है।
इससे मंगलवार को 24 प्रांतों में एकसाथ उम्मीदवार तय करने के लिए होने वाले चुनाव (सुपर ट्यूज़डे) में मैककेन की दावेदारी मज़बूत मानी जा रही है।
इराक़ बना मुद्दा
बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के बीच टेलीविज़न पर हुई पहली बहस में इराक़ युद्ध का मुद्दा फिर उभरा।
ओबामा ने दावा किया कि इराक़ में संघर्ष ख़त्म करने के लिए वह सबसे सही राष्ट्रपति साबित होंगे।
दूसरी ओर हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि वो राष्ट्रपति बनीं तो जल्द से जल्द इराक़ से अमरीकी सेना वापस बुला लेंगी।
इससे पहले दोनों नेताओं ने उम्मीदवारी की आपसी होड़ से इतर हटते हुए कहा कि नीतिगत मसलों पर मुख्य मतभेद उनके बीच नहीं है बल्कि डेमोक्रैटिक पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी के बीच है।
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