रूसी प्रधानमंत्री विक्टर ज़ुबकोफ़ मंगलवार से अपने दोदिवसीय भारत दौरे की शुरुआत कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार और व्यापारिक रिश्तों पर बातचीत होगी।
समाचार माध्यमों का कहना है कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पाँच समझौते होने की उम्मीद है।
भारत पहुँचने पर वो मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत करेंगे। इस दौरान ही समझौतों पर चर्चा होगी। रूस सन् 2010 तक भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाकर 10 अरब डॉलर करना चाहता है। फ़िलहाल ये पाँच अरब डॉलर है।
रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री विक्टर ज़ुबकोफ़ ने कहा,'' भारत एक आजमाया हुआ दोस्त है, और रूस में एक कहावत है कि एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर होता है।''
पुराने रिश्ते
अपनी इस यात्रा के दौरान वे भारतीय राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी और विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात करेंगे।
रूसी प्रधानमंत्री विक्टर ज़ुबकोफ़
तीन महीने पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रूस की यात्रा की थी। इस दौरान भारत और रूस ने परस्पर सहयोग के चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
दोनों देशों के बीच मादक पदार्थों की तस्करी रोकने, अंतरिक्ष, परिवहन और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते हुए थे।
ग़ौरतलब है कि भारत और रूस के बीच तत्कालीन सोवियत संघ के दिनों से ही घनिष्ठ रिश्ते रहे हैं और भारत हमेशा से ही रूसी हथियारों का बड़ा ख़रीददार रहा है।
लेकिन पिछले काफ़ी समय से संकेत आ रहे हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ते उतने मधुर नहीं रह गए हैं जितने शायद दो दशक पहले हुआ करते थे।
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