Thursday, March 20, 2008

'ओसामा के संदेश' में गंभीर प्रतिक्रिया की चेतावनी

अल-क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के संदेश वाले एक ऑडियो टेप में यूरोपीय संघ के नेताओं को पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दोबारा छापे जाने के सिलसिले में गंभीर प्रतिक्रिया की चेतावनी दी गई है।

बताया गया है कि ये ऑडियो टेप में जो संदेश है वह ओसामा की आवाज़ में है लेकिन इसकी फ़िलहाल पुष्टि नहीं हो पाई है।

सितंबर 2005 में डेनमार्क के अख़बार ने 12 कार्टूनों की सिरीज़ प्रकाशित की थी जिसमें पैगंबर मोहम्मद को इस्लामी चरमपंथी के रूप में प्रदर्शित किया गया था। वर्ष 2006 में इस पर मुस्लिम जगत में गुस्सा भड़क उठा।

हालाँकि अख़ाबार ने इन कार्टूनों के लिए माफ़ी माँग ली लेकिन अरब देशों, दक्षिण एशियाई देशों और अफ़्रीकी देशों में भी मुसलमानों में इस विषय पर ख़ासा रोष सामने आया और सीरिया में डेनमार्क और नॉर्वे के दूतावासों में आग लगा दी गई थी।

दोबारा छपे कार्टून

ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और ख़तरनाक भी...यदि आपकी अभिव्यक्ति की आज़ादी की कोई हद नहीं है तो अपने दिलों को हमारी कार्रवाई के लिए भी खुला रखें

ऑडियो टेप में संदेश

पिछले महीने डेनमार्क के कुछ जाने-माने अख़बारों ने दोबारा इन कार्टूनों को छापा था।

ये कार्टून तब दोबार छपे जब डेनमार्क के ख़ुफ़िया विभाग ने दावा किया कि उसने कार्टून बनाने वाले व्यक्ति को जान से मारने के एक षड्यंत्र का पता लगाया है।

ओसामा का नया संदेश मिस्र की एक वेबसाइट पर देखा गया। इस साइट पर पहले भी अल क़ायदा के संदेश छापे जा चुके हैं।

महत्वपूर्ण है कि वर्ष 2008 में ये ओसामा का पहला संदेश है।

संदेश में कहा गया है कि पैगंबर मोहम्मद के कार्टून को दोबारा छापना पोप बेनेडिक्ट 16वें के क्रूसेड यानी ईसाइयों के धर्मयुद्ध का हिस्सा है।

उसमें आगे कहा गया है कि 'यूरोपीय महिलाओं और बच्चों पर हमले तो कुछ भी नहीं जब आप दूसरे की धारणाओं का अपमान करने में इतना आगे बढ़ जाएँ....कि आप उन अपमानजनक कार्टूनों को दोबारा छापें।'

ऑडियो टेप में कहा गया है - "ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और ख़तरनाक भी...यदि आपकी अभिव्यक्ति की आज़ादी की कोई हद नहीं है तो अपने दिलों को हमारी कार्रवाई के लिए भी खुला रखें।"

ये स्पष्ट नहीं है कि ये संदेश कब रिकॉर्ड हुआ है। उनका पिछला ऑडियो संदेश पिछली नवंबर में आया था लेकिन उन्हें अक्तूबर 2004 से वीडियो पर नहीं देखा गया है।

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