Thursday, May 31, 2007

राजस्थान: वार्ता शुरु पर स्थिति तनावपूर्ण

आरक्षण विवाद को सुलझाने के लिए राजस्थान सरकार और गूजर नेताओं के बीच पहले दौर की बातचीत पूरी हो गई है लेकिन तनाव अभी भी बरकरार है ।


आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए गठित चार मंत्रियों की समिति ने बुधवार देर रात दौसा जाकर गूजर समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। दूसरे दौर की बातचीत गुरुवार को होगी ।
इस बीच गूजर नेताओं ने शुक्रवार को राज्य के पाँच ज़िलों जयपुर, टोंक, अजमेर, करौली और चित्तौरगढ़ में बंद का आह्वान किया है ।
तनाव के मद्देनज़र राज्य सरकार ने प्री इंजीनियरिंग परीक्षा स्थगित कर दी है ।
पहले से ही अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल गूजर समुदाय की माँग है कि उन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाए ।
इसी माँग को लेकर पुलिस और गूजर समुदाय के बीच मंगलवार को हुए संघर्ष में 14 लोगों की मौत हो गई थी और अनेक लोग घायल हुए थे ।
गूजर समुदाय का कहना है कि ओबीसी कोटे के तहत मिलने वाले आरक्षण से वे लाभान्वित नहीं हो रहे हैं ।


सेना सतर्क

भरतपुर के बयाना और जयपुर ज़िले के कोठपुतली में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प होने की ख़बरों के बाद सेना को सतर्क कर दिया गया है।
राज्य के कई इलाक़ों में अभी भी सड़क और रेल यातायात बाधित है ।
गूजर समुदाय ने कोटा शहर के लिए दूध की आपूर्ति रोक दी है। कोटा के कोचिंग संस्थानों में इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए देश भर से छात्र आते हैं ।
इस बीच राजस्थान की राज्यपाल प्रतिभा पाटिल ने केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल से मुलाक़ात की है । माना जा रहा है कि राज्यपाल ने गृह मंत्री को राजस्थान की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है ।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर को जयपुर भेजने का फ़ैसला किया है ।
जयपुर से 115 किलोमीटर दूर दौसा ज़िले के पाटोली गांव में अब भी हज़ारों की संख्या में गूजर धरने पर बैठे हैं ।


राजनीति तेज़

गूजरों के विरोध ने अब राजनीतिक रंग लेना भी शुरु कर दिया है ।
राज्य की भाजपा सरकार के पांच गूजर विधायकों ने पार्टी नेतृत्व से इस्तीफ़ा देने की अनुमति मांगी है। इनमें ग्रामीण विकास मंत्री कालूलाल गूजर भी शामिल है ।
उन्होंने कहा कि मंगलवार की घटना से वो व्यथित हैं इसलिए चाहते हैं कि पार्टी उन्हें इस्तीफ़ा देने की अनुमति दे दे। भाजपा अपने विधायकों को मनाने का प्रयास कर रही है ।
इस बीच, कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी के नेतृत्व में दौसा जा रहे पाँच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालाँकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया ।
बूंदी के पाटोली और पीपलखेड़ा में बड़ी संख्या में लोग पुलिस फ़ायरिंग में मारे गए छह लोगों के शवों के साथ सड़क पर धरना दे रहे हैं ।

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