Friday, June 15, 2007

'गज़ा पर हमास का पूरा नियंत्रण'

फ़लस्तीनी चरमपंथी गुट हमास ने दावा किया है कि प्रतिद्वंद्वी गुट फ़तह के साथ छह दिनों तक चले भीषण संघर्ष के बाद गज़ा पर हमास के लड़ाकों का नियंत्रण हो गया है।
वैसे तो हमास और फ़तह गुटों को फ़लस्तीनी साझा सरकार में होना चाहिए लेकिन दोनों लड़ रहे हैं और पिछले छह दिनों में इस संघर्ष में 110 से अधिक लोग मारे गए हैं।
एक ओर फ़तह के नेता और फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास के नेतृत्ववाली तीन महीने पुरानी सरकार को बर्ख़ास्त कर दिया है और आपातकाल की घोषणा कर दी है।
लेकिन दूसरी ओर हमास के नेता और फ़लस्तीनी प्रधानमंत्री इस्माइल हानिया ने इस घोषणा को ख़ारिज करते हुए कहा है कि सरकार चलती रहेगी।
नियंत्रण
गुरुवार को दिन भर चली कार्रवाई में हमास ने फ़तह के सुरक्षा मुख्यालय पर कब्ज़ा कर लिया और इसके बाद उन्होंने 'गज़ा की आज़ादी' की घोषणा की।
गज़ा पट्टी फ़लस्तीनी गृहनगर का अविभाज्य हिस्सा है और यहाँ के लोग फ़लस्तीनियों से अलग नहीं किए जा सकते

इस्माइल हानिया, फ़लस्तीनी प्रधानमंत्री
रात ढलने के बाद हमास के लड़ाके राष्ट्रपति महमूद अब्बास के निवास पर प्रवेश कर गए। लेकिन फ़तह के सुरक्षाकर्मियों के भाग जाने के बाद ही अब्बास अपना निवास छोड़कर जा चुके थे.
फ़लस्तीनी सूचना मंत्री ने कहा है कि अब गज़ा पर हमास का पूरा नियंत्रण है।
यरुशलम में बीबीसी के संवाददाता मैथ्यू प्राइस का कहना है कि इस घटनाक्रम से विभाजन की परिस्थितियाँ बन गई हैं और अब गज़ा और पश्चिमी तट अलग-अलग हो जाएँगे।
गज़ा पर हमास का नियंत्रण रहेगा और पश्चिमी तट पर फ़तह का।
लेकिन हमास नेता और फ़लस्तीनी प्रधानमंत्री हानिया विभाजन को ख़ारिज करते हैं, "गज़ा पट्टी फ़लस्तीनी गृहनगर का अविभाज्य हिस्सा है और यहाँ के लोग फ़लस्तीनियों से अलग नहीं किए जा सकते।
सरकार का विवाद
महमूद अब्बास के सहयोगियों का कहना है कि राष्ट्रपति जल्द से जल्द चुनाव की घोषणा करेंगे ताकि ग़ज़ा में हमास और फ़तह के बीच चल रहे संघर्ष को रोका जा सके।
हमास ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त की और फ़ैसले को ख़ारिज कर दिया।
फ़लस्तीनी प्रधानमंत्री इस्माइल हानिया ने राष्ट्रपति अब्बास के उनकी सरकार को बर्ख़ास्त करने के फ़ैसले को जल्दबाजी में उठाया गया क़दम बताया है।
सरकार बर्खास्त करने और आपातकाल की घोषणा को हमास ने ख़ारिज कर दिया है
हमास के प्रवक्ता समी अबू ज़ुहरी का कहना था,'' व्यावहारिक रूप से ये फ़ैसले बेमतलब हैं। प्रधानमंत्री हानिया सरकार के मुखिया रहेंगे, भले ही राष्ट्रपति ने इसे भंग कर दिया हो. ''
लेकिन अब्बास के सहयोगियों का कहना है कि उन्होंने हमास के नेता और फ़लस्तीनी प्रधानमंत्री इस्माइल हानिया को बर्ख़ास्त कर दिया है और अब वे एक निष्पक्ष शख्स को प्रधानमंत्री नियुक्त करने जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रतिद्वंद्वी गुटों फ़तह और हमास ने मिलकर मार्च में साझा सरकार का गठन इस उम्मीद के साथ किया था कि इससे दोनों के बीच तनाव कम होगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
अमरीकी समर्थन
फ़लस्तीनी राष्ट्रपति के एक सहयोगी ने कहा कि जब तक चुनाव के अनुरुप परिस्थितियाँ नहीं बन जातीं प्रशासन राष्ट्रपति संभालेंगे।
उधर अमरीकी विदेश मंत्री कोंडोलिज़ा राइस ने राष्ट्रपति अब्बास का समर्थन करते हुए कहा है कि उन्होंने वही किया जो न्यायोचित था।
उन्होंने कहा, "हम फ़लस्तीनी जनता को इस मुसीबत से निकालने और बेहतर भविष्य देने की अब्बास की कोशिशों का पूरा समर्थन करते हैं। "
लेकिन इस संकट के चलते यूरोपीय संघ ने गज़ा को भेजी जाने वाली सारी मानवीय सहायता स्थगित कर दी है।

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