राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर सर्वसम्मति बनाने की मुहिम के तहत तीसरे मोर्चे के नेता सीपीएम महासचिव प्रकाश कारत, सीपीआई महासचिव एबी बर्धन और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से गुरुवार को मुलाक़ात करेंगे।
ग़ौरतलब है कि बुधवार को राष्ट्रपति कलाम ने तीसरे मोर्च के नेताओं से मुलाक़ात के दौरान कहा था कि वो दूसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं 'यदि यह सुनिश्चित हो'।
दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आठ दलों के संयुक्त राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (यूएनपीए) यानी तीसरे मोर्चे के नेताओं से मिलने से इनकार करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब इस मुद्दे पर पुनर्विचार की कोई संभावना नहीं है।
कांग्रेस ने तीसरे मोर्चे और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) पर आरोप लगाया कि वे राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को विवाद का विषय बना रहे हैं।
तीसरे मोर्चे ने अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए कलाम का नाम उछाल कर उन्हें अनावश्यक रूप से विवाद का विषय बना दिया है
जयंती नटराजन, कांग्रेस प्रवक्ता
कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन का कहना था कि तीसरे मोर्चे ने अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए कलाम का नाम उछाल कर उन्हें अनावश्यक रूप से विवाद का विषय बना दिया है।
उनका कहना था कि डॉक्टर कलाम एक सफल और लोकप्रिय राष्ट्रपति रहे हैं और उन्हें विवाद में घसीटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
राजनीति तेज़
जयंती नटराजन का कहना था कि यदि तीसरा मोर्चा यदि अब्दुल कलाम को फिर से राष्ट्रपति बनाने के प्रति गंभीर था तो उसे शुरू में ही यह बात कहनी चाहिए थी। लेकिन उसने इसके लिए ऐसा समय चुना है जब यूपीए और एनडीए ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
अगर डॉक्टर कलाम के नाम पर आम सहमति बन जाती है तो पूरा एनडीए उनको वोट देने के लिए तैयार है। लेकिन चुनाव होता है तो भैरोंसिंह शेखावत चुनाव लड़ेंगे।
मुख्तार अब्बास नक़वी, भाजपा नेता
दूसरी ओर एनडीए ने राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के दोबारा राष्ट्रपति बनने की सशर्त सहमति व्यक्त किए जाने के बाद यूपीए के प्रमुख घटक डीएमके से अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
भाजपा प्रवक्ता सुषमा स्वराज ने यूपीए के घटक दलों से अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा।
भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नक़वी का कहना था कि अगर डॉक्टर कलाम के नाम पर आम सहमति बन जाती है तो पूरा एनडीए उनको वोट देने के लिए तैयार है। लेकिन चुनाव होता है तो भैरोंसिंह शेखावत चुनाव लड़ेंगे।
उनका कहना था कि आम सहमति पर ही मौजूदा राष्ट्रपति के दोबारा चुनाव लड़ने की परंपरा रही है।
विश्लेषकों का कहना है कि ज़मीनी सच्चाई को देखें तो कलाम के नाम पर सर्वसम्मति बनने की संभावना न के बराबर दिखती है।
माना जा रहा है कि यदि चुनाव हुआ तो भैरोंसिंह शेखावत और प्रतिभा पाटिल के बीच ही होगा।
Thursday, June 21, 2007
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