आँधी और भारी बारिश ने पाकिस्तान और भारत में भारी तबाही मचाई है। इसकी वजह से 350 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है ।
पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में दो सौ लोगों की जानें जा चुकी हैं और अभी भी शहर में बिजली नहीं है ।
उधर भारत के आँध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र में अब तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है ।
अफ़ग़ानिस्तान से भी कुछ मौतों की ख़बरें आ रही हैं ।
मौसम विभाग ने भारत और पाकिस्तान के तटीय इलाक़ों में चक्रवाती तूफ़ान और भारी बारिश की चेतावनी दी है ।
उधर भारत के आँध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र में अब तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है ।
अफ़ग़ानिस्तान से भी कुछ मौतों की ख़बरें आ रही हैं ।
मौसम विभाग ने भारत और पाकिस्तान के तटीय इलाक़ों में चक्रवाती तूफ़ान और भारी बारिश की चेतावनी दी है ।
गुजरात में तूफ़ान
आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित कुछ राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से 150 से भी ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है ।
इन राज्यों के कई ज़िलों में सड़क और रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है ।
दक्षिणी भारत के कुछ राज्यों में बारिश का असर कुछ कम हुआ दिखता है ।
आंध्र प्रदेश पिछले शुक्रवार से हो रही बारिश की वजह से अबतक कम से कम 37 लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
जबकि कर्नाटक में पिछले दिनों की बारिश ने 43 लोगों की जानें ली हैं ।
वहीं केरल में मानसून आने के बाद से 59 लोगों की मौत हो चुकी हैं । इनमें से 39 लोग पिछले एक सप्ताह के दौरान मारे गए हैं ।
महाराष्ट्र मिली जानकारी के अनुसार राज्यभर में बारिश और बाढ़ के कारण अबतक 31 लोगों की मौत हो चुकी है ।
समाचार एजेंसियों के अनुसार मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय इलाक़ों में तेज़ हवाएँ चलने और भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है ।
उधर गुजरात के जामनगर और कच्छ ज़िलों में तूफ़ान के साथ बारिश हुई है क्योंकि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था ।
वहीं केरल में मानसून आने के बाद से 59 लोगों की मौत हो चुकी हैं । इनमें से 39 लोग पिछले एक सप्ताह के दौरान मारे गए हैं ।
महाराष्ट्र मिली जानकारी के अनुसार राज्यभर में बारिश और बाढ़ के कारण अबतक 31 लोगों की मौत हो चुकी है ।
समाचार एजेंसियों के अनुसार मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय इलाक़ों में तेज़ हवाएँ चलने और भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है ।
उधर गुजरात के जामनगर और कच्छ ज़िलों में तूफ़ान के साथ बारिश हुई है क्योंकि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था ।
कराची में अफ़रातफ़री
अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ़ उत्तर-पश्चिमी कराची में बारिश ने एक हज़ार से अधिक मकानों को नष्ट कर दिया है ।
हालांकि तूफ़ान और बारिश से तबाह हुए इलाक़ों के लिए राहत शिविर स्थापित किए गए हैं लेकिन लोग अपने नष्ट हुए मकानों को छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं हैं ।
कई इलाक़ों में पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं है और शहर के बड़े इलाक़ों में अभी भी बिजली नहीं है ।
उल्लेखनीय है कि कराची में तूफ़ान और बारिश ने दो सौ से अधिक लोगों की जानें ली हैं ।
इस बीच गवर्नर ने आदेश दिए हैं कि आबादी वाले इलाक़ों से सभी बड़े होर्डिंग्स हटा दिए जाएँ. इन होर्डिंग्स के कारण कई लोगों की जानें गई हैं.
मौसम विभाग ने पाकिस्तान के तटीय इलाक़ों में और तूफ़ान की चेतावनी दी है.
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