Friday, July 13, 2007

इराक़ से सेना बुलाने का प्रस्ताव फिर पारित

अमरीकी संसद की प्रतिनिधि सभा ने एक बार फिर इराक़ से अमरीकी फ़ौजों को वर्ष 2008 तक वापस बुलाने के प्रस्ताव को बहुमत से पारित कर दिया है।
इस साल में यह तीसरी बार है जब प्रतिनिधि सभा ने अमरीकी फ़ौजों की इराक़ से वापसी के लिए प्रस्ताव पारित किया है।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में पारित हुआ है जब राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इराक़ पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सदन में पेश की है और संसद से समय देने का आग्रह किया है।
डेमोक्रेट सदस्यों के बहुमत वाली प्रतिनिधि सभा ने यह प्रस्ताव इस उम्मीद में पारित किया है कि इसी तरह का समर्थन संसद के उच्च सदन सीनेट में भी मिलेगा।
इससे पहले जब प्रतिनिधि सभा ने प्रस्ताव पारित किए थे तो या तो उसे सीनेट ने नामंज़ूर कर दिया था या फिर राष्ट्रपति बुश ने उसे वीटो कर दिया था।
इस बार प्रतिनिधि सभा ने इस प्रस्ताव को 201 के मुक़ाबले 223 मतों से पारित किया है।
अंतरिम रिपोर्ट
इससे पहले राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा है कि इराक़ में अमरीकी सैनिकों की संख्या बढ़ाने के बाद राजनीतिक और सैन्य प्रगति सीमित ही हुई है।
लेकिन उन्होंने इराक़ से सैनिकों की वापसी की माँग को खारिज कर दिया।
इराक़ पर बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट संसद में पेश करते हुए राष्ट्रपति बुश ने ज़ोर देकर कहा कि सुरक्षा के कई लक्ष्य हासिल कर लिए गए हैं।
इराक़ पर इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इराक़ी प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी की एक सलाहकार ने कहा है कि राजनीतिक मतभेद उनके देश का अंदरुनी मामला है।
उनकी सलाहकार मरियम अल-रायस का कहना था कि अमरीका की चिंता सही हो सकती है लेकिन इस समय सुरक्षा व्यवस्था दूरुस्त करना प्राथमिकता में है।

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