गोवा में 49 दिन पुरानी राज्य सरकार अल्पमत में आ गई है। महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और एक निर्दलीय विधायक ने कांग्रेस की अगुआई वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।
साथ ही सत्तारूढ कांग्रेस पार्टी की विधायक विक्टोरिया फर्नांडिस ने राज्य विधानसभा से इस्तीफ़ा दे दिया है।बुधवार रात तेज़ी से बदले राजनीतिक घटनाचक्र के बाद 40 सदस्यीय विधानसभा में मुख्यमंत्री दिगंबर कामथ के पास सिर्फ़ 18 विधायकों का समर्थन रह गया है।दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली गठबंधन ने 20 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। भाजपा ने कहा है कि अगर मुख्यमंत्री ने गुरुवार दोपहर तक इस्तीफ़ा नहीं दिया तो वह विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
समर्थन वापसी
एमजीपी के दोनो विधायकों ने भाजपा गठबंधन को समर्थन देने की घोषणा की है। साथ ही उसे सेव गोवा फ़्रंट के दो, यूनाइटेड गोअन्स डेमोक्रेटिक पार्टी के एक और निर्दलीय विधायक अनिल सलगांवकर का समर्थन मिल रहा है।
एमजीपी का कहना है कि वह राज्य सरकार के कामकाज से खुश नहीं थी, इसलिए समर्थन वापस लेने का फ़ैसला लिया गया। उधर कांग्रेस को बड़ा झटका तब लगा जब विधायक विक्टोरिया फर्नांडिस ने यह कहते हुए विधानसभा से इस्तीफ़ा दे दिया कि उन्हें उनकी ही पार्टी के सदस्य नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को वित्त विधेयक पर मतदान के दौरान पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए फ़र्नांडिस विधानसभा में नहीं आईं। इस पर कांग्रेस ने उनके ख़िलाफ़ अयोग्यता प्रस्ताव लाने की धमकी दी थी। फ़र्नांडिस मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज़ चल रही थीं और इसी के विरोध में उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया था।
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