ये लोग चकदह गाँव में जल जमाव हटाने के लिए बांध काटने की कोशिश कर रहे थे। घटना में पाँच अन्य लोग घायल हो गए।
बिहार सरकार ने पूरे मामले की जाँच के आदेश दे दिए हैं। मुधबनी ज़िला बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुँचाने के लिए वायुसेना से मदद माँगी है।
उन्होंने बताया कि शनिवार से वायुसेना के दो हेलिकॉप्टरों को इस काम में लगाया जाएगा।
मरे
उत्तरी भारत, नेपाल और बांग्लादेश में आई भीषण बाढ़ के कारण क़रीब दो करोड़ लोग विस्थापित हो गए हैं। सड़कें डूबी हुई हैं, सैकड़ों गाँवों का संपर्क टूट गया है और कई नदियाँ ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
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भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में सेना राहत कार्य चला रही है लेकिन राहत कार्य काफ़ी नहीं हैं। बांग्लादेश में हज़ारों लोग अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तलाश में भटक रहे हैं।
भारत में सरकारी आँकड़ों के मुताबिक़ कम से कम 200 लोगों की मौत हो गई है जबकि बांग्लादेश में 64 लोग मारे गए हैं। माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
बाढ़ के कारण विस्थापित होने वालों में भारत के लगभग सवा से डेढ़ करोड़ लोग हैं, बांग्लादेश के लगभग 55 लाख लोग हैं और नेपाल के लगभग सवा लाख लोग हैं।
भारत में बिहार, असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और कुशीनगर हालात बहुत ख़राब हैं और सेना की मदद से 500 गाँव ख़ाली कराए गए हैं।
बिहार में स्थिति चिंताजनक
इनमें से बिहार सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है जहाँ 16 ज़िलों में विस्थापितों की संख्या ग़ैरसरकारी आँकड़ों के अनुसार लगभग 80 लाख है।
बिहार के दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी ज़िलों का संपर्क देश के दूसरे हिस्सों से कटा हुआ है और वहाँ सड़क और रेल यातायात पूरी तरह से ठप्प है।
बिहार में राहतकार्यों पर भी राजनीति हो रही है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला हुआ है।
बिहार के आपदा प्रबंधन सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बीबीसी को बताया कि इस बार ज़बरदस्त बारिश हुई है।
उनका कहना था, "लगभग बीस दिन से लगातार बारिश हो रही है। कई प्रभावित इलाक़ों में सामान्य बारिश के मुकाबले में ढ़ाई से तीन गुना बारिश हुई है और इसी कारण स्थिति इतनी गंभीर बनी हुई है।"
कोर्ट ने माँगा ब्योरा
उधर बीबीसी संवाददाता मणिकांत ठाकुर का कहना है कि सरकारी अधिकारी लीपापोती करने की कोशिश कर रहे हैं।मणिकांत ठाकुर का कहना है, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विदेश से लौटने के बाद हुई बैठक में फ़ैसला हुआ है कि हर प्रभावित ज़िले में विशेष ज़िलाधिकारी भेजे जा रहे हैं। हर ज़िले में एक मंत्री तैनात रहेंगे। शनिवार से हेलिकॉप्टरों के ज़रिए फ़ूड पैकेट यानि खाद्य पदार्थों को पैकेट प्रभावित लोगों तक पहुँचाए जाँएगे क्योंकि दरभंगा मधुबनी में बहुत ही गंभीर स्थिति बनी हुई है।"
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कुछ ज़िलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
आपदा प्रबंधन सचिव मनोज श्रीवास्तव के अनुसार 121 राहत शिविर लगाए गए हैं और पशुओं के लिए 34 शिविर लगाए गए हैं।
बिहार और असम में कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं और इससे लोगों तक राहत पहुँचाने में मुश्किलें आ रही है।
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