फ़्रांस के राष्ट्रपति निकोला सार्कोज़ी दो दिनों की भारत यात्रा पर शुक्रवार की सुबह राजधानी दिल्ली पहुँच गए हैं.
भारत के विदेश राज्यमंत्री आनंद शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सार्कोज़ी की दिल्ली स्थित पालम हवाईअड्डे पर अगवानी की.
सार्कोज़ी के साथ उनकी उनकी नई महिला मित्र और पूर्व सुपरमॉडल कार्ला ब्रूनी नहीं आई हैं.
संभावना है कि सार्कोज़ी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच परमाणु समझौते पर चर्चा होगी और कई सैन्य सौदों के समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे.
उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा होने की संभावना है.
माना जा रहा है कि फ़्रांसिसी राष्ट्रपति की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को बल मिलेगा.
सार्कोज़ी इस वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में भारत आए हैं.
उनके साथ उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और फ़्रांस के औद्योगिक व व्यावसायिक समूहों के अधिकारियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है.
इस बीच सार्कोज़ी को लेकर भारतीय मीडिया में ख़ूब ख़बरें छपी हैं लेकिन ज़्यादातर ख़बरें उनकी नई महिला मित्र और पूर्व सुपरमॉडल कार्ला ब्रूनी को लेकर थीं.
यह उत्सुकता अभी भी बनी हुई है कि ब्रूनी उनके साथ आ रही हैं या नहीं.
अहम चर्चाएँ
अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति निकोला सार्कोज़ी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और कई अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा होने की संभावना है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं के बीच असैन्य परमाणु सहयोग में फ़्रांस की भूमिका पर चर्चा होगी और यह तय करने का प्रयास होगा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) और परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों (एनएसजी) से समझौते के बाद इसे किस तरह से लागू किया जाएगा.
मिराज-2000
मिराज विमानों को आधुनिक बनाने के लिए समझौते की संभावना है
दोनों देशों के बीच इस 1.5 अरब यूरो के एक सैन्य सौदे की भी संभावना है जिसके तहत फ़्रांस भारत के 52 लड़ाकू विमानों मिराज-2000 में सुधार करके उन्हें मिराज-2009 में तब्दील करने में सहयोग करेगा.
इसके अलावा दोनों देशों के बीच कई तकनीक और व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे और दोनों देशों के बीच व्यावसाय के नए लक्ष्य निर्धारित किए जाएँगे.
उल्लेखनीय है कि भारत और फ़्रांस के बीच व्यापार पिछले तीन सालों में दोगुना होकर 6.23 अरब डॉलर तक पहुँच चुका है.
फ़्रांस भारत में आँठवाँ सबसे बड़ा निवेशक देश है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नवतेज सरना के अनुसार राष्ट्रपति सार्कोज़ी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कूटनीतिक साझा कार्यक्रम और दोनों देशों के बीच सहयोग की योजनाओं पर एक संयुक्त बयान जारी करेंगे.
संभावना है कि राष्ट्रपति सार्कोज़ी 26 जनवरी को ताज महल देखने जाएँगे और उसी दिन वे वापस फ़्रांस के लिए रवाना हो जाएँगे.
भारत के विदेश राज्यमंत्री आनंद शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने सार्कोज़ी की दिल्ली स्थित पालम हवाईअड्डे पर अगवानी की.
सार्कोज़ी के साथ उनकी उनकी नई महिला मित्र और पूर्व सुपरमॉडल कार्ला ब्रूनी नहीं आई हैं.
संभावना है कि सार्कोज़ी की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच परमाणु समझौते पर चर्चा होगी और कई सैन्य सौदों के समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे.
उनकी इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा होने की संभावना है.
माना जा रहा है कि फ़्रांसिसी राष्ट्रपति की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को बल मिलेगा.
सार्कोज़ी इस वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में भारत आए हैं.
उनके साथ उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और फ़्रांस के औद्योगिक व व्यावसायिक समूहों के अधिकारियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है.
इस बीच सार्कोज़ी को लेकर भारतीय मीडिया में ख़ूब ख़बरें छपी हैं लेकिन ज़्यादातर ख़बरें उनकी नई महिला मित्र और पूर्व सुपरमॉडल कार्ला ब्रूनी को लेकर थीं.
यह उत्सुकता अभी भी बनी हुई है कि ब्रूनी उनके साथ आ रही हैं या नहीं.
अहम चर्चाएँ
अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति निकोला सार्कोज़ी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और कई अंतरराष्ट्रीय विषयों पर चर्चा होने की संभावना है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं के बीच असैन्य परमाणु सहयोग में फ़्रांस की भूमिका पर चर्चा होगी और यह तय करने का प्रयास होगा कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) और परमाणु आपूर्तिकर्ता देशों (एनएसजी) से समझौते के बाद इसे किस तरह से लागू किया जाएगा.
मिराज-2000
मिराज विमानों को आधुनिक बनाने के लिए समझौते की संभावना है
दोनों देशों के बीच इस 1.5 अरब यूरो के एक सैन्य सौदे की भी संभावना है जिसके तहत फ़्रांस भारत के 52 लड़ाकू विमानों मिराज-2000 में सुधार करके उन्हें मिराज-2009 में तब्दील करने में सहयोग करेगा.
इसके अलावा दोनों देशों के बीच कई तकनीक और व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे और दोनों देशों के बीच व्यावसाय के नए लक्ष्य निर्धारित किए जाएँगे.
उल्लेखनीय है कि भारत और फ़्रांस के बीच व्यापार पिछले तीन सालों में दोगुना होकर 6.23 अरब डॉलर तक पहुँच चुका है.
फ़्रांस भारत में आँठवाँ सबसे बड़ा निवेशक देश है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नवतेज सरना के अनुसार राष्ट्रपति सार्कोज़ी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कूटनीतिक साझा कार्यक्रम और दोनों देशों के बीच सहयोग की योजनाओं पर एक संयुक्त बयान जारी करेंगे.
संभावना है कि राष्ट्रपति सार्कोज़ी 26 जनवरी को ताज महल देखने जाएँगे और उसी दिन वे वापस फ़्रांस के लिए रवाना हो जाएँगे.
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