Friday, November 21, 2008

कम रोशनी के सामने हुए लाजवाब: पीटरसन - नवम्बर 21, 2008

हिन्दी रूपांतरण
कानपुर:
इंग्लैंड के कप्तान अपनी टीम के तीसरे वन डे में कुछ बेहतर प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे। यही नहीं, उन्होंने सीरीज़ में पहली बार भारतीय टीम का कुछ हद मुकाबला कर आने वाले मैचों के लिए कड़ी टक्कर देने का संकेत दिया है।

लेकिन दिन भर रोशनी की आंख मिचौली से वह कुछ परेशान दिखे। उनका कहना है कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते थे, क्योंकि इसके लिए इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल के नियम तय हैं।

इस दौरान पीटरसन ने भारतीय टीम फील्डिंग और बोलिंग को भी सराहा। मैच खत्म आने के बाद निराश पीटरसन ने कहा, 'मैं जानता था कि यह एक कड़ा मुकाबला होगा।

इसकी चर्चा मैंने गुरुवार को टीम मीटिंग में की थी। लेकिन अब जो गुजर गया वह हो चुका है।' रोशनी कम होने की वजह से लंच ब्रेक का टाइम कम नहीं होने पर पीटरसन ने कहा, 'हमने इसे सुलझाने की कोशिश की।

अंपायरों से बात करने की भी कोशिश की लेकिन आईसीसी नियमों के अनुसार लंच ब्रेक आधे घंटे का होना जरूरी है। सुबह टॉस होने की वजह से हम जल्दी दूसरी पारी शुरू कराना चाहते थे, क्योंकि हम जानते थे कि गेम पूरा नहीं हो पाएगा।'

बल्लेबाजों के बड़ी पारियां नहीं खेल पाने से भी इंग्लैंड के कप्तान नाखुश थे। उन्होंने कहा, 'मुझे समझ नहीं आ रहा है आखिर हम क्या कर सकते हैं। मेरा मतलब है कि हम भारतीय उपमहाद्वीप में साल दर साल खेलते हैं, जिसमें हमारे बल्लेबाजों के खाते में कई शतक हैं।

भारत में आपको बड़े स्कोर की दरकार होती है। युवराज ने तीन गेम खेलकर दो सेंचुरी बना दीं। हमें इसमें सुधार करने की दरकार है। मैं उम्मीद करता हूं कि अगले चार मैचों में हमारे बल्लेबाज ऐसा करने में सफल रहेंगे।'

हमें कुछ विकेट की जरूरत थी और हम जीत सकते थे। हमने कुछ दबाव बना लिया था और हमारे खिलाड़ी आक्रामकता के साथ खेल रहे थे।

गेंदबाजों ने अपना काम बखूबी किया। हमने बैटिंग की शुरुआत भी अच्छी की लेकिन सेंचुरी नहीं बन पाई।' निश्चित ही हमें सुधार करने की जरूरत है लेकिन हम काफी क्लोज पहुंच गए थे। हो सकता है कि हम संडे को उन्हें शिकस्त

English Translation
Kanpur
, November 20 : England captain Kevin Pietersen called on the game’s administrators to show some “common sense” after his side lost the Kanpur ODI on the Duckworth/Lewis method on Thursday.

Pietersen said it was clear before the start that a 100-over match was not possible at this venue, and feared the same problem would come up in the sixth ODI in Guwahati.

“I knew there was no way the game would finish. We tried to get it sorted, tried to turn it around, but we can’t go against the decision made by the hierarchy.

I mentioned it yesterday in the team meeting as well, but what’s happened has happened,” Pietersen told reporters.

The England captain raised concerns about the Guwahati match, saying bad light would be a factor there as well, despite the fact that the game was scheduled to start.

“I think they’ve (administrators) got to go back to the drawing board now. Things will have to change for the sake of the game.

Guwahati is in the north-east and starting half-an-hour earlier is not going to make much of a change.”

Indian coach Gary Kirsten also said that India knew light would play a part in the proceedings.

“We would’ve batted second even if we’d won the toss. We knew light will come into play, so we had prepared ourselves accordingly.”

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