Tuesday, January 13, 2009

ब्रिटिश विदेश मंत्री आज भारत दौरे पर - जनवरी 13, 2009

हिन्दी रूपांतरण:
मुंबई आतंकी हमलों के करीब दो माह बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड मिलीबैंड भारत के साथ एकजुटता के प्रदर्शन की दृष्टि से मंगलवार से तीन दिवसीय यात्रा पर पहुंच रहे हैं।

अपने भारत प्रवास के दौरान मिलीबैंड मुंबई के होटल ताज तथा होटल ट्राइडेंट में बैठकों को संबोधित करेंगे जहां उग्रवादियों ने 26 नवंबर को हमला बोला था और तीन दिन तक चले घमासान में कई लोगों को मार डाला था। दिल्ली में वह विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी, गृह मंत्री पी चिदंबरम से मिलेंगे। उनके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की संभावना है। वह जलवायु परिवर्तन तथा सुरक्षा मसलों पर युवा सांसदों के एक समूह से भी विचार विमर्श करेंगे।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन मुंबई हमलों के तत्काल बाद पिछले माह दिल्ली की यात्रा पर आए थे और पाकिस्तान से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। नई दिल्ली के अपने संक्षिप्त दौरे के बाद ब्राउन पाकिस्तान गए थे और उन्होंने वहां राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था।

संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा था। ब्रिटिश प्रशासन ने जिन सर्वाधिक आतंकी साजिशों की जांच की है उनका तीन चौथाई हिस्सा पाकिस्तान में अलकायदा की ओर ले जाता है। अब कार्रवाई करने का समय गया है। केवल बातों से काम नहीं चलेगा।

English Translation:

Nearly two months after the Mumbai terror attacks, British Foreign Secretary David Miliband is on a three-day visit to India as a mark of solidarity.

According to the diplomatic sources, Britain had given the 'most clinching evidence' of Pakistani links to Mumbai attacks to Pakistan. During his visit, Miliband will be meeting with the Prime Minister, Home Minister and the Foreign Minister.

Miliband will also address meetings in Taj Mahal and Trident hotels. The two places had witnessed gruesome terrorist strike on November 26, 2008 in which several people were killed.

Just before coming to India, Miliband wrote in his blog that 2009 needs to be a year of progress in Afghanistan and Pakistan.His visit is of significance as there was one British citizen among those killed in Mumbai attacks.

No comments: