भारतीय संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में मानव तस्करी में सांसदों के लिप्त होने का मुद्दा और उच्च शिक्षण संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का मसला ही छाए रहने की संभावना है ।
एक महीने लंबे इस सत्र के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आएँगे और महंगाई का मुद्दा भी बना रहेगा ।
बजट सत्र के इस चरण में वर्ष 2007-08 के लिए वित्त विधेयक पारित किया जाना है और जैसा कि लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने घोषणा की है, इसे तीन मई को सदन में पेश किया जाएगा ।
सत्र शुरु होने से पहले ही सोमनाथ चटर्जी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे मानव तस्करी के मामले में सांसदों के लिप्त होने को लेकर गंभीर हैं और वे इसे लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाएँगे ।
हालांकि इस मामले में अभी भाजपा सांसद बाबूभाई कटारा के ख़िलाफ़ ही सबूत हैं लेकिन कई और सांसदों के नाम सामने आए हैं ।
इस मामले में लिप्त पाए गए सांसदों के ख़िलाफ़ संसद क्या कार्रवाई करे इसे लेकर सर्वसम्मति बनाने की कोशिश की जा रही है लेकिन ज़ाहिर है कि सदन के भीतर बयानबाज़ी और शोरशराबा जमकर होगा ।
भाजपा ने साफ़ कर दिया है कि वह इस मामले को यूपीए के दाग़ी मंत्रियों के मामले से अलग करके नहीं देख रही है ।
कुछ लोगों का कहना है कि प्रश्न पूछने के लिए पैसे लेने के मामले में जिस तरह सांसदों को बर्खास्त किया गया, उसी तरह इन सांसदों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जानी चाहिए ।
न्यायपालिका की भूमिका
इस सत्र में एक अहम मुद्दा ओबीसी के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का भी रहेगा ।
जिस तरह से संसद के क़ानून पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है उससे संसद सदस्यों की त्योंरियाँ चढ़ी हुई हैं और तय है कि संसद में न्यायपालिका के अधिकारों को लेकर एक बार फिर गर्मागर्म बहस होगी ।
हालांकि सरकार की ओर से सर्वसम्मति की कोशिश हो रही है लेकिन यूपीए के घटक दलों में ही संभावित कार्रवाई को लेकर अभी सहमति नहीं दिखती ।
इस मुद्दे का गर्माना इस बात पर भी निर्भर करेगा कि आठ मई की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट क्या रुख़ अपनाता है ।
दूसरे मुद्दे
वित्त विधेयक पर चर्चा तो होनी है लेकिन वामपंथी दलों और भाजपा ने आपत्ति दर्ज करवा दी है कि संसद के बजट सत्र के दौरान छह से दस मई तक वित्तमंत्री पी चिदंबरम विदेश प्रवास पर जा रहे हैं।
हालांकि उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनाव से संसद का कोई सीधा ताल्लुक नहीं लेकिन भाजपा के विवादित सीडी का मसले पर खींचतान की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि अभी भी वहाँ तीन चरणों का मतदान शेष है ।
फिर नंदीग्राम में हिंसा का मसला भी उठने की संभावना है और महंगाई का मुद्दा भी ।
Thursday, April 26, 2007
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