जहाँ एक ओर अकाल तख़्त ने माँग की है कि 27 मई तक राज्य में डेरा सच्चा सौदा की सब शाखाएँ बंद कर दी जाएँ और डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को गिरफ़्तार किया जाए वहीं डेरा अनुयायियों और समर्थकों ने साथ कर दिया है कि वे पंजाब में स्थित अपने केंद्र छोड़कर नहीं जाएंगे ।
हालत यह है कि अब यह गतिरोध सीमापार जाता भी नज़र आ रहा है। रविवार को ब्रिटेन में भी सिख फेडरेशन के समर्थकों सहित कुछ सिखों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने विरोध-प्रदर्शन किया ।
दरअसल, पिछले सप्ताह समाचार पत्रों में छपे एक विज्ञापन के बाद डेरा सच्चा सौदा और सिख संगठनों के बीच विवाद शुरू हो गया था। इस विज्ञापन में डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को सिखों के गुरू गोविंद सिंह की तरह के वस्त्र पहने हुए दिखाया गया था ।
कुछ सिख संगठन इसे गुरु गोविंद सिंह के अपमान के तौर पर देख रहे हैं और उनका कहना है कि इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं ।
इसके बाद राज्यभर में दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी ।
'सिख संतुष्ट नहीं'
हालांकि डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख की ओर से शनिवार को ही एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके इस पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त किया गया था पर सिख संगठन इससे संतुष्ट नहीं है।
रविवार को अमृतसर में अकाल तख़्त की बैठक में यह हुकुमनामा जारी किया गया है कि डेरा सच्चा सौदा के विरोध में 22 मई को राज्यव्यापी बंद रखा जाएगा । साथ ही डेरा प्रमुख की गिरफ़्तारी और पंजाब से डेरा के सभी केंद्र को बाहर करने के लिए राज्य सरकार को 27 मई तक का अल्टीमेटम भी दिया गया ।
अकाल तख्त की बैठक के बारे में खालसा महासचिव कंवलपाल सिंह ने बताया की , "अब हम डेरा प्रमुख से माफ़ी मांगने के लिए नहीं कहेंगे। हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार डेरा प्रमुख को तत्काल गिरफ़्तार करे। राज्य सरकार यह दलील दे सकती है कि डेरा प्रमुख तो दूसरे राज्य हरियाणा में है पर ऐसी स्थिति में राज्य सरकार को केंद्र की मदद लेनी चाहिए । "
ग़ौरतलब है कि रविवार को ही डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम के ख़िलाफ़ संप्रदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में एक प्राथमिकी भठिंडा में दर्ज की जा चुकी है ।
वहीं ब्रिटेन में सिख फ़ेडरेशन ने भी अकाल तख़्त के फैसले का समर्थन करते हुए डेरा प्रमुख को तत्काल गिरफ़्तार करने की माँग दोहराई ।
सिख फ़ेडरेशन के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने बताया की , "इस पूरी स्थिति को नियंत्रित करने का एक ही तरीका है कि डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को तत्काल गिरफ़्तार किया जाए और इनके सभी केंद्रों को सील किया जाए । "
डेरा का भरोसा
डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता डॉक्टर आदित्य इंसान ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन लोगों को भारत की न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है कि इंसाफ़ ज़रूर मिलेगा ।
उन्होंने कहा, "हम मानवता की सेवा और बढ़ चढ़ कर करेंगे। जहाँ तक बात खेद व्यक्त करने की है तो बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह खेद जता चुके हैं, कोई माने न माने ये उन लोगों की मर्ज़ी है। हम जनता से, राष्ट्रपति महोदय से ये अपील करते हैं कि शांति कायम करवाएँ और हमें न्याय दिलवाएँ । जहाँ तक बंद का सवाल है तो क़ानून जाने और उसका काम जाने । "
इससे पहले पंजाब सरकार ने डेरा प्रमुख की सुरक्षा के लिए लगाए गए पंजाब पुलिस के चार जवानों को हटा लिया था ।
हालांकि इसके पीछे दलील दी गई है कि बाबा राम रहीम को पहले से ही हरियाणा सरकार की ओर से पर्याप्त सुरक्षा मिली हुई है ।
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