इंडियन आइडल बने प्रशांत तमांग पर दिल्ली के एक एफ़एम स्टेशन से प्रसारित हुई टिप्पणी का विरोध कर रहे लोग जब तोड़फोड़ पर उतर आए तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया और हवा में गोलियाँ दागीं।
अधिकारियों का कहना है कि दो लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। वैसे कुल तीस लोग घायल हुए हैं जिसमें दस पुलिस के लोग भी हैं।
वहाँ तनाव की स्थिति को देखते हुए क़ानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को भी बुलाया गया है।
हिंसा
प्रशांत तमांग पर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी से नाराज़ उनके समर्थक बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन करने ज़िले के अधिकारियों के पास जा रहे थे।
अधिकारियों का कहना है कि इन प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोग हिंसक हो गए और उन्होंने कई वाहन और दुकानों में आग लगा दी।
उनका कहना है कि पहले पुलिस ने लाठीचार्ज किया फिर अश्रुगैस के गोले छोड़े और जब हिंसक भीड़ इससे भी नहीं रुकी तो पुलिस ने गोलियाँ चलाईं।
उत्तरी बंगाल के पुलिस महानिरीक्षक आरएस नलवा ने बीबीसी को बताया, " अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है लेकिन हमने हिंसा को काबू में कर लिया है।"
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि इस कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए एफ़एम के रेडियो जॉकी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करेगी और ज़रूरत हुई तो उन्हें गिरफ़्तार भी किया जाएगा।
मामला
उल्लेखनीय है कि सोनी इंटरटेनमेंट टेलीविज़न चैनल ने पिछले दिनों प्रशांत तमांग को तीसरा 'इंडियन आइडल' घोषित किया था।
प्रशांत तमांग पश्चिम बंगाल पुलिस में कार्यरत हैं और दार्जिलिंग के रहने वाले हैं।
उन्होंने कड़े मुक़ाबले में शिलांग में रहने वाले अमित पॉल को हराकर यह ख़िताब जीता है।
जैसा कि टेलीविज़न कंपनी ने दावा किया है कि कई महीने चली इस प्रतियोगिता के लिए आठ करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया। जिसमें भारत के अलावा नेपाल के लोग भी थे।
प्रशांत तमांग के प्रशंसकों में पश्चिम बंगाल के अलावा नेपाल के भी बहुत से लोग हैं।
उधर प्रशांत तमांग ने अपने प्रशंसकों से शांति बनाए रखने और हिंसा से दूर रहने की अपील की है।
उन्होंने एक बांग्ला टेलीविज़न के ज़रिए अपने प्रशंसकों से कहा, "इस अपमानजनक टिप्पणी ने मुझे उकसाया नहीं है। भारत के ज़्यादातर लोग जानते हैं कि मैं कैसा हूँ इसलिए इस टिप्पणी की प्रतिक्रिया में हिंसा की ज़रुरत नहीं है।"
एफ़एम की सफ़ाई
प्रशांत तमांग पर कथित अपमानजनक टिप्पणी दिल्ली के रेड एफ़एम ने प्रसारित की थी।
इसके प्रमुख आकाश वर्मा ने बीबीसी को बताया कि इंडियन आइडल एक चर्चित शो था और उसी पर चर्चा के दौरान उनके प्रस्तोता नितिन ने कुछ मज़ाकिया टिप्पणी की थी।
उनका कहना है कि जैसे ही कुछ लोगों ने फ़ोन करके इस पर आपत्ति जताई, अगले ही दिन नितिन ने अपने शो में स्पष्ट कर दिया था कि उनकी मंशा किसी का अपमान करने की नहीं थी और यदि उनकी टिप्पणी से किसी की भावनाएँ आहत हुई हों तो वे माफ़ी माँगते हैं।
उन्होंने कहा, "यहाँ तक कि हमने प्रशांत तमांग को भी अपने शो में लिया था और उन्होंने भी कहा कि वे रेड एफ़एम सुनते हैं और जो कुछ नितिन ने कहा वह उन्हें आपत्तिजनक नहीं लगता।"
आकाश वर्मा ने कहा है कि वे रेडियो चैनल की ओर से इसे स्पष्ट करना चाहते हैं कि रेडएफ़एम किसी की भावनाएँ आहत नहीं करना चाहता।
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