यह हड़ताल परियोजना को जल्द पूरा किए जाने की मांग को लेकर की जा रही है।
करुणानिधि ने बंद पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के फ़ैसले के कुछ देर बाद रविवार को कहा था यह भूख हड़ताल सेतुसमुद्रम परियोजना को जल्द पूरा किए जाने की राह की आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए है।
करुणानिधि ने अदालत के आदेश पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
करुणानिधि ने कहा कि डीएमके कार्यकर्ता राज्य के सभी जिलों मुख्यालयों पर भूख हड़ताल करेंगे।
इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु में डीएमके के आह्वान पर सोमवार को होने वाले बंद पर रोक लगा दी थी।बंद पर पूर्व फ़ैसलों का हवाला देते हुए अदालत ने इसे ग़ैरक़ानूनी और असंवैधानिक बताया।
डीएमके ने सोमवर को सेतुसमुद्रम परियोजना के पक्ष में तमिलनाडु बंद का आह्वान किया था।
इसके ख़िलाफ़ विपक्षी जयललिता की पार्टी अन्नाद्रमुक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
अन्नाद्रमुक का कहना है कि डीएमके सेतुसमुद्रम मामले को तूल देकर तमिलनाडु में नया बखेड़ा खड़ा करना चाहती है।
No comments:
Post a Comment