भारत के पंजाब राज्य के औद्योगिक शहर लुधियाना में रविवार रात को हुए धमाके के बाद पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल सोमवार सुबह घटनास्थल का दौरा करेंगे।
लुधियाना में श्रृंगार सिनेमा हॉल में हुए धमाके में छह लोग मारे गए और 35 घायल हो गए। फ़िलहाल न तो पुलिस ने इस घटना के लिए किसी संगठन को ज़िम्मेदार ठहराया है और न ही किसी संगठन ने इसकी ज़िम्मेदारी ली है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार छह में से चार लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई जबकि दो लोगों ने स्थानीय अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिन दो लोगों की अस्पताल में मृत्यु हुई, उनकी पहचान नहीं हो पाई है। ग़ौरतलब है कि हाल में राजस्थान के अजमेर शहर में विश्व प्रसिद्ध ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में भी धमाका हुआ था जिसमें दो लोग मारे गए थे और 14 घायल हो गए थे।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि ऐसा लगता नहीं है कि अजमेर और लुधियाना के धमाकों में कोई संबंध है।
लुधियाना में धमाका
उनका ये भी कहना था कि केंद्र सरकार पंजाब सरकार से इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
'शांति भंग करने की कोशिश'
धमाके के बाद हॉल में अफ़रा-तफ़री मच गई। हॉल के अंदर धुआँ भर गया था और सीटें उखड़ गई थीं। फिर रात भर पुलिसवाले सुराग खोजने और सबूत एकत्र करने का काम करते रहे
सिनेमा हॉल के चौकीदार
पंजाब के पुलिस महानिदेशक एनपीएस ऑलख ने बीबीसी को बताया कि राज्य में सुरक्षाबलों को अत्यधिक सुरक्षा बरतने के लिए कहा गया है। उनका कहना है कि संभव है कि इस घटना को किसी चरमपंथी संगठन ने अंजाम दिया हो।
देर रात ही विस्फोट की विस्तृत जाँच करने के लिए फोरेंसिक टीम सिनेमा हॉल पहुँच गई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के मीडिया सलाहकार हरचरण बैंस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ये 'राज्य में शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश है।'
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस घटना पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए हर मृतक के परिजनों के लिए एक लाख रुपए का मुआवज़ा और हर घायल व्यक्ति के लिए 50 हज़ार रुपए के मुआवज़े की घोषणा की है।
बिहार-उत्तर प्रदेश के लोग
जब सिनेमा हॉल में धमाका हुआ तब वहाँ भोजपुरी फ़िल्म 'जन्म-जन्म के साथ' दिखाई जा रही थी।
बताया गया है कि सिनेमा हॉल की क्षमता लगभग 650 की है और जब घटना हुई तब सिनेमा हॉल परिसर में लगभग एक हज़ार लोग मौजूद थे।
धमाके में घायल
धमाके से घायल हुए छह लोगों की स्थिति गंभीर है
सिनेमा हॉल के कर्मचारियों ने बताया कि मनोज तिवारी और रवि किशन अभिनीत फ़िल्म 'जन्म-जन्म के साथ' को देखने आए अधिकतर लोग भोजपुरी समझने-बोलने वाले थे।
पंजाब के उद्योग का केंद्र कहे जाने वाले लुधियाना शहर में लगभग बीस लाख लोग बिहार और उत्तर प्रदेश से हैं जो विभिन्न कारखानों में काम करते हैं और भोजपुरी फ़िल्में देखने में दिलचस्पी रखते हैं।
श्रृंगार सिनेमा हॉम के एक चौकीदार - कोलकाता के हरि किशन का कहना था, "धमाके के बाद हॉल में अफ़रा-तफ़री मच गई। हॉल के अंदर धुआँ भर गया था और सीटें उखड़ गई थीं। फिर रात भर पुलिसवाले सुराग खोजने और सबूत एकत्र करने का काम करते रहे।"
घायल हुए 35 लोगों को सिनेमा हॉल के निकट स्थित दो अस्पतालों - सीएमसी और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ की हालत गंभीर बताई गई है लेकिन अस्पताल के अधिकारी फ़िलहाल घायलों से मिलने से मिलने की इजाज़त नहीं दे रहे हैं।
Monday, October 15, 2007
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