पाकिस्तान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के लिए अल क़ायदा और तालेबान को ज़िम्मेदार ठहराया है। सरकार का कहना है कि उसके पास बातचीत के रिकॉर्ड हैं जिनसे स्पष्ट होता है कि हमला अल क़ायदा ने करवाए।
दूसरी ओर ब्रिटिश और अमरीकी ख़ुफ़िया अधिकारियों का कहना है कि वो अभी इस पर कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं हैं।
इस बीच बेनज़ीर की हत्या किन कारणों से हुई, इसको लेकर नई-नई बातें सामने आ रही हैं।
पाकिस्तान में हिंसा, 30 से ज़्यादा मरे
ग़ौरतलब है कि गुरुवार को रावलपिंडी में एक रैली के बाद जब बेनज़ीर अपनी गाड़ी की छत खोल कर समर्थकों का अभिवादन कर रही थीं, तभी एक आत्मघाती हमलावर ने गोलियाँ चलाईं और फिर ख़ुद को विस्फोट से उड़ा लिया। हमले में बीस और लोग मारे गए थे।
इस बात के पक्के सबूत हैं कि अल क़ायदा, इसका नेटवर्क और इससे जुड़े दस्ते पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं
इक़बाल चीमा
बेनज़ीर की हत्या के बाद उपजे हालात में आठ जनवरी को प्रस्तावित संसदीय चुनाव होंगे या नहीं इस पर राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
बेनज़ीर के शव को उनके पिता ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की क़ब्र के पास ही दफ़नाया गया है।
'अलक क़ायदा का हाथ'
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय का कहना है कि ख़ुफ़िया एजेंसियों के पास टेलीफ़ोन पर हुई बातचीत के रिकॉर्ड हैं जिनसे पता चलता है कि 'अल क़ायदा के नेता' बैतुल्ला महसूद ने बेनज़ीर पर हमले के आदेश दिए थे।
रैली के दौरान आत्मघाती हमले में बेनज़ीर मारी गईं
बीबीसी संवाददाता फ़्रैंक गार्डनर का कहना है कि अभी सच्चाई बता पाना मुश्किल है।
बैतुल्ला महसूद अशांत दक्षिणी वज़ीरिस्तान का कबायली नेता है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता इक़बाल चीमा ने पत्रकारों के बताया कि बातचीत के रिकॉर्ड में कथित तौर पर बैतुल्ला एक अन्य चरमपंथी से बात कर रहा है और बेनज़ीर की हत्या के बाद उसे बधाई दे रहा है।
उनका कहना था, "इस बात के पक्के सबूत हैं कि अल क़ायदा, इसका नेटवर्क और इससे जुड़े दस्ते पाकिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।"
'झूठ का पुलिंदा'
पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि बेनज़ीर न तो गोलियों का शिकार हुई और ना ही विस्फोट के छर्रे उन्हें लगे थे।
अधिकारियों के मुताबिक बंदूकधारी हमलावर से बचने के क्रम में उनका सिर कार की छत से टकराया था जिससे उनकी मौत हो गई।
बेनज़ीर की हत्या के बाद पाकिस्तान में व्यापक हिंसा हुई है
इससे पहले पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के प्रवक्ता इक़बाल चीमा ने कहा था कि बेनज़ीर की मौत विस्फोट के छर्रों से हुई।
दूसरी ओर बेनज़ीर के सुरक्षा सलाहकार रहमान मलिक का कहना है कि बेनज़ीर को गले और सीने में गोली लगी थी। वहीं, बेनज़ीर का इलाज़ करने वाले एक सर्जन ने कहा कि उनकी मौत बम के छर्रों से हुई होगी।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता फ़ारूक़ नाइक का कहना है कि हत्या के कारणों पर सरकार का स्पष्टीकरण झूठ का पुलिंदा है।
उन्होंने समाचार एजेंसी एएफ़पी से कहा, "बेनज़ीर को दो गोलियाँ लगी। एक उनके पेट में और दूसरा सिर पर।"
Saturday, December 29, 2007
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