Wednesday, October 22, 2008

राज के मामले में पुलिस की योजना फेल - अक्टूबर 22, 2008

हिन्दी रूपांतरण
मुंबई : राज ठाकरे को एक रणनीति के तहत रात ढाई बजे गिरफ्तार किया गया था , ताकि पूरे राज्य में कम से कम हिंसा हो, पर मंगलवार को जिस तरह मुंबई सहित पूरे राज्य में तोड़फोड़ हुई, उसे देखकर ऐसा लगा कि राज्य पुलिस अपनी रणनीति में पूरी तरह विफल रही। राज की गिरफ्तारी के बाद सबसे ज्यादा हिंसा बांद्रा और कल्याण में हुई।

एमएनएस कार्यकताओं ने बांद्रा में पुलिस पर पत्थरबाजी भी की और कांच की बोतलें भी फेंकी। जब यहां हालत काफी खराब होते दिखे, तो पुलिस को कई बार लाठी चार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी फेंकने पड़े। इस हिंसक घटना का दुखद पहलू यह था कि एमएनएस कार्यकर्ताओं और पुलिस की झड़प में बांद्रा में कुछ पत्रकार व कैमरामैनों को भी चोटें आईं। बांद्रा में 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।

बांद्रा की तरह कल्याण और डोंबिवली में भी जमकर हंगामा हुआ। हमारे ठाणे संवाददाता के मुताबिक, राज ठाकरे के कोर्ट में पेश न करने की खबर के बाद कल्याण कोर्ट के बाहर जमा उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और वहां खड़े एक दर्जन वाहनों को आग लगा दी। साथ ही 2 बसों को भी आग के हवाले कर दिया। कल्याण में हॉल मार्क के पास 3 दुकानों को फूंक दिया गया और एक दुकान को लूट लिया गया। साथ ही एक मॉल को भी लूट लिया गया। कल्याण में 3 पुलिसकर्मियों को और 3 पत्रकारों को सिर में गंभीर चोटें लगने के कारण उन्हें रुक्मणी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

कल्याण में कोर्ट परिसर के आसपास कानून को हाथ में लेने वाले तमाम कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 50 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा मनसे समर्थकों ने कल्याण में शिवाजी चौक परिसर में हंगामा किया व वाहनों को आग के हवाले किया। हंगामे को देखते हुए पुलिस ने कल्याण में धारा 144 लगा दी थी, लेकिन निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर राज समर्थक हंगामा करते नजर आए। शाम पौने छ: बजे राज ठाकरे के डोंबिवली मानपाड़ा पुलिस स्टेशन में पहुंचने के बाद बड़ी मात्रा में उनके समर्थक पुलिस स्टेशन के सामने जमा हो गए और जमकर अबू आजमी एवं लालू यादव के खिलाफ नारेबाजी की।

दरअसल जैसे ही सोमवार आधी रात राज ठाकरे की रत्नागिरी में गिरफ्तारी की खबर आई, मुंबई में एमएनएस के कार्यकर्ता सड़कों पर निकल आए और उन्होंने पूरी मुंबई में जमकर तोड़फोड़ की। हमले के सबसे पहले शिकार हुए ताड़देव के टैक्सी वाले। यहां एक साथ 29 टैक्सियां तोड़ दी गईं। इसके बाद कस्तूरबा मार्ग व बोरिवली में 2 लॉरी व एक टैक्सी को जला दिया गया, जबकि नवघर इलाके में टोल नाका को आग लगा दी गई।

पूरे मुंबई शहर में 115 बसों के भी कांच तोड़े गए, जबकि चारकोप में एक प्राइवेट बस को बहुत बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया।

English Translation
MUMBAI: Four persons were killed and another seriously injured in the violence that broke out late on Tuesday in a village near Kalyan following the arrest of MNS chief Raj Thackeray earlier in the day.

Deputy commissioner of police (rural) Sanjay Shintre said two north Indians, a member of the Agri community and an MNS worker were killed in a clash between the two communities in Pisavali, 10 km from Kalyan in the Manpada police jurisdiction. The injured person was rushed to the Aims Hospital in Dombivli’s MIDC area. Curfew had earlier been imposed in the entire Kalyan area where the violence worsened in the evening, Thane police commissioner Anil Dhere said.

Earlier on Tuesday, irate MNS workers ran riot, targeting the transport system in a bid to cripple the city. Taxis, autorickshaws and BEST buses bore the brunt of the sustained assault but the trains, fortunately, managed to run smoothly.

The situation in Kalyan deteriorated in the evening as Raj Thackeray was driven there to a police station lock-up where he was to spend the night before being presented in a court on Wednesday. Five outdoor broadcast vans belonging to media houses were damaged by MNS supporters. A cameraman from ETV who was injured was admitted to a private hospital. One Kalyan-Dombivli municipal transport bus was set on fire while five bikes were reduced to ashes. Transport services across Kalyan were paralysed. A jewellery shop was also ransacked by MNS supporters.

One hundred and twenty-five cases of arson, rioting and stonepelting were registered across the state, including in Pune and Marathwada, by early evening, and 2,085 people were arrested, state directorgeneral of police A N Roy said.

1 comment:

दिवाकर प्रताप सिंह said...

अच्छा लिखा है लिखते रहिये ...शुभकामनाएं !