हिन्दी रूपांतरण
विकेट कीपर एडम गिलक्रिस्ट ने माना है कि विवादित सिडनी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ के कैच आउट का उनका दावा गलत था। अपनी आत्मकथा ‘ट्रू कलर्स’ में गिलक्रिस्ट ने लिखा, ‘द्रविड़ को आउट देने का फैसला बहुत बड़ी गलती थी, लेकिन द्रविड़ के आउट की अपील कर मैंने कोई अलग तरह का काम नहीं किया।
उस दिन सब कुछ बहुत तेजी से घटा। मैच के दौरान तनाव अपने चरम पर था, द्रविड़ के बल्ले से हल्की सी आवाज आई और मुझे लगा कि गेंद ने उनके बल्ले को छुआ है।’ गौरतलब है कि भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में राहुल द्रविड़ जब ऑफ स्पिनर एंड्रयू सायमंड्स की एक गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया गया। इस कैच की विकेट कीपर गिलक्रिस्ट ने जोरदार अपील की था। पर, रिप्ले से स्पष्ट हुआ कि कैच आउट का निर्णय गलत था।
गिलक्रिस्ट के अनुसार सिडनी टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में सायमंड्स की वह गेंद जिस पर द्रविड़ कैच आउट करार दिए गए, हल्का सा कोण बनाते हुए उनके दस्ताने में आई थी और उन्हें बल्ले से गेंद के टच की आवाज आई थी, पर वे पूरी तरह निश्चित नहीं थे। लेकिन, द्रविड़ को आउट करने का यह एक बढ़िया मौका था, इसलिए उन्होंने अपील कर दी।
‘मैं परफेक्ट नहीं’ : गिलक्रिस्ट ने स्वीकार किया है कि सही मायने में उन्हें लगा था कि गेंद ने द्रविड़ के बल्ले को छुआ है और इसीलिए उन्होंने कैच आउट की अपील की, पर रिप्ले से स्पष्ट हुआ कि द्रविड़ आउट नहीं हैं। इस अपील की वजह से ही पीटर रोबक और अन्य क्रिकेट समीक्षकों ने गिली की आलोचना की। पर गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मैं परफेक्ट नहीं हूं। मैं खेल की रफ्तार को धीमा नहीं कर सकता। पर, उस टेस्ट में मेरा यह मानना कि द्रविड़ आउट हैं, पूरी तरह से गलत था।
English Translation
Is The Wall crumbling brick by brick? Well, the answer can be yes or no. But the edifice is shaking for sure, and needs some urgent maintenance wo Rahul Dravid.
Rahul Dravid walks off the field after his dismissal during the first day of their third Test match
Otherwise, we may soon see yet another member of slip into the sunset. And that may not be the best thing for Indian cricket to happen.
When Rahul Dravid stunned the cricketing world by giving up Indian captaincy last year in September, the reason he gave for his startling decision was that he wanted to concentrate on his batting which had suffered during the time he was leading the side.
In the first innings, he chased a very wide delivery going further away to be caught in the slips. It was a slip in concentration which must have surprised even Dravid himself.
In the second, he tried an ill-advised off-drive of a Brett Lee inswinger but could only edge it onto the stumps. These were dismissals one would seldom associate with Dravid, always the epitome of technical correctness and unwavering focus. Clearly, new problems have crept into his game and he has not been able to counter them sufficiently well.
Dravid's loss of touch is strange because in cricket it's generally believed that technically sound batsmen have a better chance of coming out of form slumps than those who rely on flair. But Dravid's blues have stretched a bit too far for his own comfort.
But it clearly has more than just a technical facet to it. When Dravid relinquished captaincy, it was well understood that the decision was a direct fallout of the stress he was carrying.The pressure that made him quit leadership probably affected his batting too and has continued to do so.
विकेट कीपर एडम गिलक्रिस्ट ने माना है कि विवादित सिडनी टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ के कैच आउट का उनका दावा गलत था। अपनी आत्मकथा ‘ट्रू कलर्स’ में गिलक्रिस्ट ने लिखा, ‘द्रविड़ को आउट देने का फैसला बहुत बड़ी गलती थी, लेकिन द्रविड़ के आउट की अपील कर मैंने कोई अलग तरह का काम नहीं किया।
उस दिन सब कुछ बहुत तेजी से घटा। मैच के दौरान तनाव अपने चरम पर था, द्रविड़ के बल्ले से हल्की सी आवाज आई और मुझे लगा कि गेंद ने उनके बल्ले को छुआ है।’ गौरतलब है कि भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में राहुल द्रविड़ जब ऑफ स्पिनर एंड्रयू सायमंड्स की एक गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया गया। इस कैच की विकेट कीपर गिलक्रिस्ट ने जोरदार अपील की था। पर, रिप्ले से स्पष्ट हुआ कि कैच आउट का निर्णय गलत था।
गिलक्रिस्ट के अनुसार सिडनी टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में सायमंड्स की वह गेंद जिस पर द्रविड़ कैच आउट करार दिए गए, हल्का सा कोण बनाते हुए उनके दस्ताने में आई थी और उन्हें बल्ले से गेंद के टच की आवाज आई थी, पर वे पूरी तरह निश्चित नहीं थे। लेकिन, द्रविड़ को आउट करने का यह एक बढ़िया मौका था, इसलिए उन्होंने अपील कर दी।
‘मैं परफेक्ट नहीं’ : गिलक्रिस्ट ने स्वीकार किया है कि सही मायने में उन्हें लगा था कि गेंद ने द्रविड़ के बल्ले को छुआ है और इसीलिए उन्होंने कैच आउट की अपील की, पर रिप्ले से स्पष्ट हुआ कि द्रविड़ आउट नहीं हैं। इस अपील की वजह से ही पीटर रोबक और अन्य क्रिकेट समीक्षकों ने गिली की आलोचना की। पर गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मैं परफेक्ट नहीं हूं। मैं खेल की रफ्तार को धीमा नहीं कर सकता। पर, उस टेस्ट में मेरा यह मानना कि द्रविड़ आउट हैं, पूरी तरह से गलत था।
English Translation
Is The Wall crumbling brick by brick? Well, the answer can be yes or no. But the edifice is shaking for sure, and needs some urgent maintenance wo Rahul Dravid.
Rahul Dravid walks off the field after his dismissal during the first day of their third Test match
Otherwise, we may soon see yet another member of slip into the sunset. And that may not be the best thing for Indian cricket to happen.
When Rahul Dravid stunned the cricketing world by giving up Indian captaincy last year in September, the reason he gave for his startling decision was that he wanted to concentrate on his batting which had suffered during the time he was leading the side.
In the first innings, he chased a very wide delivery going further away to be caught in the slips. It was a slip in concentration which must have surprised even Dravid himself.
In the second, he tried an ill-advised off-drive of a Brett Lee inswinger but could only edge it onto the stumps. These were dismissals one would seldom associate with Dravid, always the epitome of technical correctness and unwavering focus. Clearly, new problems have crept into his game and he has not been able to counter them sufficiently well.
Dravid's loss of touch is strange because in cricket it's generally believed that technically sound batsmen have a better chance of coming out of form slumps than those who rely on flair. But Dravid's blues have stretched a bit too far for his own comfort.
But it clearly has more than just a technical facet to it. When Dravid relinquished captaincy, it was well understood that the decision was a direct fallout of the stress he was carrying.The pressure that made him quit leadership probably affected his batting too and has continued to do so.
No comments:
Post a Comment