हिन्दी रूपांतरण
मुंबईः शिवसेना ने वकीलों को मुंबई हमले में पकड़े गए इकलौते आतंकवादी अजमल आमिर कसब का केस न लड़ने को कहा है। शिवसेना ने मांग की है कि कसब को बिना मुकदमे के फांसी पर लटका दिया जाए।
शिवसेना कार्यकर्ता कसब का केस लड़ने के लिए आगे आए दो वकीलों पर हमला कर चुके हैं। सेना अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि बेगुनाहों की मौत के लिए जिम्मेदार आतंकवादी को सीएसटी के सामने फांसी पर लटकाया जाना चाहिए।
कसब का केस लड़ने की इच्छा जताने वाले ऐड्वकेट के। बी. एन. लाम के दक्षिणी मुंबई स्थित घर के बाहर भारी भीड़ ने विरोध प्रदर्शन किया। सेना ने लिखा है कि जो लोग आतंकवादी को अदालत में बचाना चाहते हैं, वे सिर्फ पैसे और प्रचार के लिए ऐसा कर रहे हैं।
मौत की सजा मिलने के बाद भी भारत की संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरु अब भी जिंदा है। धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मानकों की आड़ में कसब के मामले में भी यही दोहराया जा सकता है। संपादकीय के मुताबिक, आतंकवादियों के कानूनी बचाव पर शिवसेना विरोध करती रहेगा।
English Translation
Mumbai: The Shiv Sena has demanded that the lone surviving 26/11 terrorist Ajmal Amir Kasab be publicly hanged in front of the Chhatrapati Shivaji Terminal (CST) railway station without a trial.
In an editorial in its mouthpiece Saamna, which is edited by Sena chief Bal Thackeray, the party said since the entire world had watched the carnage by the terrorists in Mumbai, there was no need for an inquiry, examining evidence or giving Kasab an opportunity to defend himself.
Demanding that Kasab be hanged publicly in front of the CST, where he and his accomplice killed innocent people, the editorial said, “The punishment will not be adequate even if he is hanged a hundred times.”
The Sena has justified the wrath of Shiv Sainiks unleashed on two lawyers — Ashok Sarogi and Mahesh Deshmukh — for volunteering to defend Kasab on grounds that the crime was unpardonable and that, “it is a shame on the country that some betray our soil by daring to take up the brief (of Kasab)”.
मुंबईः शिवसेना ने वकीलों को मुंबई हमले में पकड़े गए इकलौते आतंकवादी अजमल आमिर कसब का केस न लड़ने को कहा है। शिवसेना ने मांग की है कि कसब को बिना मुकदमे के फांसी पर लटका दिया जाए।
शिवसेना कार्यकर्ता कसब का केस लड़ने के लिए आगे आए दो वकीलों पर हमला कर चुके हैं। सेना अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है कि बेगुनाहों की मौत के लिए जिम्मेदार आतंकवादी को सीएसटी के सामने फांसी पर लटकाया जाना चाहिए।
कसब का केस लड़ने की इच्छा जताने वाले ऐड्वकेट के। बी. एन. लाम के दक्षिणी मुंबई स्थित घर के बाहर भारी भीड़ ने विरोध प्रदर्शन किया। सेना ने लिखा है कि जो लोग आतंकवादी को अदालत में बचाना चाहते हैं, वे सिर्फ पैसे और प्रचार के लिए ऐसा कर रहे हैं।
मौत की सजा मिलने के बाद भी भारत की संसद पर हमले का दोषी अफजल गुरु अब भी जिंदा है। धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक मानकों की आड़ में कसब के मामले में भी यही दोहराया जा सकता है। संपादकीय के मुताबिक, आतंकवादियों के कानूनी बचाव पर शिवसेना विरोध करती रहेगा।
English Translation
Mumbai: The Shiv Sena has demanded that the lone surviving 26/11 terrorist Ajmal Amir Kasab be publicly hanged in front of the Chhatrapati Shivaji Terminal (CST) railway station without a trial.
In an editorial in its mouthpiece Saamna, which is edited by Sena chief Bal Thackeray, the party said since the entire world had watched the carnage by the terrorists in Mumbai, there was no need for an inquiry, examining evidence or giving Kasab an opportunity to defend himself.
Demanding that Kasab be hanged publicly in front of the CST, where he and his accomplice killed innocent people, the editorial said, “The punishment will not be adequate even if he is hanged a hundred times.”
The Sena has justified the wrath of Shiv Sainiks unleashed on two lawyers — Ashok Sarogi and Mahesh Deshmukh — for volunteering to defend Kasab on grounds that the crime was unpardonable and that, “it is a shame on the country that some betray our soil by daring to take up the brief (of Kasab)”.
No comments:
Post a Comment