हिन्दी रूपांतरण:
कैबिनेट की गुरुवार को होने वाली बैठक में पेट्रॉल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कटौती के प्रस्ताव पर चर्चा होगी। अगर कैबिनेट ने मंजूरी दे दी, तो इसकी घोषणा करने में सरकार देरी नहीं करेगी। पेट्रॉलियम मंत्रालय कीमतों में कटौती के प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में जुट गया है।
सूत्रों के अनुसार बुधवार को वित्त मंत्रालय से इस मामले में सलाह-मशवरा किया जाएगा। फिलहाल इस बात पर सहमति बनती दिखाई दे रही है कि पेट्रॉल की कीमत में 5 रुपये प्रति लीटर, डीजल में 3 रुपये प्रति लीटर और एलपीजी की कीमत में 25 रुपये प्रति सिलिंडर की कटौती का प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जाए। कैबिनेट अगर उसमें किसी प्रकार का बदलाव चाहेगी, तो बाद में उसे कर दिया जाएगा।
तेल मूल्य निर्धारण की पूरी छूट कंपनियों को सौंपी जाए, इस बारे में भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकारी और प्राइवट कंपनियों को पेट्रॉल व डीजल की कीमत निर्धारण की पूरी छूट दे दी जाए। केरोसिन और रसोई गैस सिलिंडर के मूल्य निर्धारण पर सरकार का नियंत्रण बरकरार रहेगा।
पेट्रॉलियम मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि कुछ प्राइवट और सरकारी कंपनियों ने इस तरह के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे हैं। उसी के आधार पर मंत्रालय ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसको भी कैबिनेट में पेश किया जा सकता है। हालांकि इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से बातचीत जारी है, लेकिन उसने अभी तक इस बारे में हरी झंडी नहीं दिखाई है।
फिलहाल सरकारी सेक्टर में तेल कंपनियां पेट्रॉल की बिक्री पर प्रति लीटर 9.70 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 3.70 रुपये का मुनाफा कमा रही हैं। कंपनियों को एलपीजी की बिक्री पर प्रति सिलिंडर 317 रुपये और केरोसिन पर प्रति लीटर 11.69 रुपये का नुकसान हो रहा है।
English Translation:
Petroleum Minister Murli Deora on Saturday said the government was considering reduction in prices of liquid petroleum gas (LPG), petrol and diesel.
“The government is considering price reduction of Rs 5 per litre on petrol, Rs 3 per litre on diesel and Rs 25 per LPG cylinder. The consumer should be able to get the benefit in 10-15 days,” said Deora on Saturday.
The minister said that oil companies had minimised losses on petrol and diesel, as crude oil prices had fallen to $40 per barrel from $147 a barrel in July last year. But, he added, if the crude oil price rose beyond $40 per barrel, profits would not be coming.
Deora said that deregulation of fuel prices was under consideration while increasing dealers’ margin was feasible only if prices fell further.
“Other factors remaining the same, we expect to start making profit from this quarter onwards,” said Arun Balakrishna, chairman and managing director of HPCL.
Deora thanked Balakrishna and his staff for not joining the strike and helping maintain fuel supply during the recently concluded petrol officials’ stir.
Deora disclosed handing of four Mahanagar Gas Ltd (MGL) stations to families of policemen killed fighting terrorists on November 26, 2008. “The first CNG station has already been handed over to the family of Assistant Sub-Inspector Tukaram Gopal Omble,” he said.
कैबिनेट की गुरुवार को होने वाली बैठक में पेट्रॉल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कटौती के प्रस्ताव पर चर्चा होगी। अगर कैबिनेट ने मंजूरी दे दी, तो इसकी घोषणा करने में सरकार देरी नहीं करेगी। पेट्रॉलियम मंत्रालय कीमतों में कटौती के प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में जुट गया है।
सूत्रों के अनुसार बुधवार को वित्त मंत्रालय से इस मामले में सलाह-मशवरा किया जाएगा। फिलहाल इस बात पर सहमति बनती दिखाई दे रही है कि पेट्रॉल की कीमत में 5 रुपये प्रति लीटर, डीजल में 3 रुपये प्रति लीटर और एलपीजी की कीमत में 25 रुपये प्रति सिलिंडर की कटौती का प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जाए। कैबिनेट अगर उसमें किसी प्रकार का बदलाव चाहेगी, तो बाद में उसे कर दिया जाएगा।
तेल मूल्य निर्धारण की पूरी छूट कंपनियों को सौंपी जाए, इस बारे में भी प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकारी और प्राइवट कंपनियों को पेट्रॉल व डीजल की कीमत निर्धारण की पूरी छूट दे दी जाए। केरोसिन और रसोई गैस सिलिंडर के मूल्य निर्धारण पर सरकार का नियंत्रण बरकरार रहेगा।
पेट्रॉलियम मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि कुछ प्राइवट और सरकारी कंपनियों ने इस तरह के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे हैं। उसी के आधार पर मंत्रालय ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसको भी कैबिनेट में पेश किया जा सकता है। हालांकि इस बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय से बातचीत जारी है, लेकिन उसने अभी तक इस बारे में हरी झंडी नहीं दिखाई है।
फिलहाल सरकारी सेक्टर में तेल कंपनियां पेट्रॉल की बिक्री पर प्रति लीटर 9.70 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 3.70 रुपये का मुनाफा कमा रही हैं। कंपनियों को एलपीजी की बिक्री पर प्रति सिलिंडर 317 रुपये और केरोसिन पर प्रति लीटर 11.69 रुपये का नुकसान हो रहा है।
English Translation:
Petroleum Minister Murli Deora on Saturday said the government was considering reduction in prices of liquid petroleum gas (LPG), petrol and diesel.
“The government is considering price reduction of Rs 5 per litre on petrol, Rs 3 per litre on diesel and Rs 25 per LPG cylinder. The consumer should be able to get the benefit in 10-15 days,” said Deora on Saturday.
The minister said that oil companies had minimised losses on petrol and diesel, as crude oil prices had fallen to $40 per barrel from $147 a barrel in July last year. But, he added, if the crude oil price rose beyond $40 per barrel, profits would not be coming.
Deora said that deregulation of fuel prices was under consideration while increasing dealers’ margin was feasible only if prices fell further.
“Other factors remaining the same, we expect to start making profit from this quarter onwards,” said Arun Balakrishna, chairman and managing director of HPCL.
Deora thanked Balakrishna and his staff for not joining the strike and helping maintain fuel supply during the recently concluded petrol officials’ stir.
Deora disclosed handing of four Mahanagar Gas Ltd (MGL) stations to families of policemen killed fighting terrorists on November 26, 2008. “The first CNG station has already been handed over to the family of Assistant Sub-Inspector Tukaram Gopal Omble,” he said.
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