Thursday, January 22, 2009

पाकिस्तान अपनी नीति की समीक्षा करेगा - जनवरी 22, 2009

हिन्दी रूपांतरण:
पाकिस्तान ने बुधवार को कहा है कि यदि बराक ओबामा के प्रशासन ने उसके प्रति सकारात्मक रवैया नहीं अपनाया तो वह अपनी नीति की समीक्षा करेगा जबकि नए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि पाकिस्तान को मिलने वाली सहायता आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई से जुड़ी होगी।

अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत हुसैन हक्कानी ने इस्लामाबाद में जियो टीवी से कहा कि पाकिस्तान को उम्मीद है कि ओबामा उसके साथ व्यवहार में संयम का परिचय देंगे। यदि ओबामा ने हमारे साथ सकारात्मक नीति नहीं अपनाई तो हम अपने विकल्पों की समीक्षा करेंगे।

आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में हक्कानी ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका का सहयोगी है और आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में उसकी हिस्सेदारी खुद उसके हित में है।

पाकिस्तानी राजदूत का बयान अमेरिकी राष्ट्रपति के एजेंडा दस्तावेज के सामने आने के कुछ ही घंटों के भीतर आया है।

ओबामा के मंगलवार को शपथ लेने के बाद ओवल आफिस पहुंचने के तुरंत बाद जारी दस्तावेज में कहा गया है कि राष्ट्रपति ओबामा और उपराष्ट्रपति जो बिडेन अमेरिकी सुरक्षा को नया रूप देंगे और दुनिया में नए युग के अमेरिकी नेतृत्व को स्थापित करेंगे।

ओबामा-बिडेन का दल इराक में जिम्मेदारी के साथ युद्ध का खात्मा करेगा तथा अफगानिस्तान में अल कायदा और तालिबान के साथ लड़ाई समाप्त करने के साथ ही परमाणु हथियार और अन्य परमाणु सामग्री की आतंकवादियों से सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। अमेरिका की नई कूटनीति का उपयोग इजरायल -फिलीस्तीन विवाद को समाप्त करके मध्यपूर्व में स्थायी शांति की स्थापना के लिए किया जाएगा।

एजेंडा दस्तावेज में कहा गया है कि ओबामा और बिडेन अमेरिका के संसाधनों को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सुरक्षा के लिए बड़े खतरों-अल कायदा और तालिबान के खिलाफ केंद्रित करेंगे।

दस्तावेज के अनुसार अमेरिका अफगानिस्तान में अपनी सेना बढ़ाने के साथ ही नाटो के देशों से भी ऐसा करने को कहेगा। अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए और संसाधन मुहैया कराए जाएंगे। ओबामा और बिडेन ने अफगान सरकार से भ्रष्टाचार और अफीम की अवैध खेती रोकने के लिए और अधिक प्रयास करने को कहा।

English Translation:

If US President Barack Obama’s administration does not adopt a positive policy towards Pakistan, the South Asian country will have to review its options, a private TV channel quoted Pakistani Ambassador to the US Hussain Haqqani as saying on Wednesday. Haqqani told the channel that former US president George Bush preferred getting himself heard to listening to others and ‘believed in the use of force’.

He said that compared to Bush, Obama believed in holding talks. Haqqani hoped that Obama would give a more ‘patient hearing’ to Pakistan’s views, said the channel. Referring to the war on terror, he hoped that Obama would also pay attention to the political and foreign policy factors and socio-economic matters. Haqqani said Obama wanted to change the global image of the US, the channel added.

About Pakistan’s role in the war on terror and Pak-US ties, the ambassador said Pakistan was an ally of the US that was participating in the war in its own interest. According to APP, Haqqani called for international support for his country’s progress towards a strong and stable democracy.

“The international community, particularly the United States, should step forward to support the people of Pakistan in their dream of making Pakistan a strong and stable democracy – economically vibrant – where human rights and dignity are respected,” the news agency quoted him as saying at his residence. “Pakistan has paid a heavy price for the restoration of democracy,” he added.

No comments: