हिन्दी अनुवाद:
पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में एक आत्मघाती बम हमले में आठ लोगों की मौत हो गयी है और 18 अन्य घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक आत्मघाती हमलावर ने ख़ुद को बम से उड़ा दिया।
ये हमला ऐसे समय हुआ है जब देश में राजनैतिक अस्थिरता के हालात पर काबू पाने के लिए सरकार पुरज़ोर कोशिश कर रही है। सोमवार को जजों की बहाली के सरकार के एलान के बाद विपक्षी नेता नवाज़ शरीफ़ और आंदोलनकारी वकीलों ने अपना इस्लामाबाद का लौंग मार्च रद्द कर दिया था।
रावलपिंडी विस्फोट के बारे में समाचार एजेंसी एएफपी ने शहर के पुलिस प्रमुख इनायत उल्ला फारूक के हवाले से बताया है कि एक रेस्तरा के बाहर हुए विस्फोट के बाद इलाके में अफरातफरी फैल गयी और लोग घबराकर इधर उधर भागने लगे। आसपास खड़े किए गए वाहन भी विस्फोट में क्षतिग्रस्त हो गए।
हमले में मारे गए सभी लोग आम नागरिक थे। विस्फोट इतना शक्तिसाली था कि लाशें जब अस्पताल लायी गयीं तो उनमें से एक के चिथड़े उड़े हुए थे। हमलावर मोटरसआइकिल पर सवार होकर आया था और रेस्तरां के बाहर उसने अपने साथ रखे विस्फोटकों के साथ खुद को उड़ा दिया।
पुलिस को आशंका है कि रावलपिंडी में एक बड़ी वारदात करने का इरादा हमलावरों का था। लौंग मार्च के दिन वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता है। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के प्रमुख रहमान मलिक ने पत्रकारों को बताया कि उनके पास पहले से ये सूचना थी कि रावलपिंडी और इस्लमाबाद में लौंग मार्च के आने पर हमला हो सकता है।
सोमवार को इस्लामाबाद तक विपक्षी दल पीएमएल एन और वकीलों का लौंग मार्च होना था लेकिन ऐन पहले प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी ने निलंबित जोजं की बहाली का एलान कर दिया। इसके बाद विपक्षी नेता नवाज़ शरीफ़ ने भी आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी।
English Translation:
Nation-wide celebrations at the restoration of deposed Chief Justice Iftikhar Chaudhary were marred by a late night suicide attack near a crowded inter-city bus stop in Rawalpindi, the garrison city neighbouring the capital.
At least 10 people were killed and 20 people wounded in the bombing at Pir Wadhai, described by police officials and eyewitnesses as a suicide bombing.
The bombing was a reminder of the challenge that terrorism poses to Pakistan. Interior Ministry chief Rehman Malik warned last week that terrorists were planning to target the “long march” by opposition activists and lawyers to demand the restoration of the Mr. Chaudhary. The rally was called off after the government conceded the demand.
पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में एक आत्मघाती बम हमले में आठ लोगों की मौत हो गयी है और 18 अन्य घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक आत्मघाती हमलावर ने ख़ुद को बम से उड़ा दिया।
ये हमला ऐसे समय हुआ है जब देश में राजनैतिक अस्थिरता के हालात पर काबू पाने के लिए सरकार पुरज़ोर कोशिश कर रही है। सोमवार को जजों की बहाली के सरकार के एलान के बाद विपक्षी नेता नवाज़ शरीफ़ और आंदोलनकारी वकीलों ने अपना इस्लामाबाद का लौंग मार्च रद्द कर दिया था।
रावलपिंडी विस्फोट के बारे में समाचार एजेंसी एएफपी ने शहर के पुलिस प्रमुख इनायत उल्ला फारूक के हवाले से बताया है कि एक रेस्तरा के बाहर हुए विस्फोट के बाद इलाके में अफरातफरी फैल गयी और लोग घबराकर इधर उधर भागने लगे। आसपास खड़े किए गए वाहन भी विस्फोट में क्षतिग्रस्त हो गए।
हमले में मारे गए सभी लोग आम नागरिक थे। विस्फोट इतना शक्तिसाली था कि लाशें जब अस्पताल लायी गयीं तो उनमें से एक के चिथड़े उड़े हुए थे। हमलावर मोटरसआइकिल पर सवार होकर आया था और रेस्तरां के बाहर उसने अपने साथ रखे विस्फोटकों के साथ खुद को उड़ा दिया।
पुलिस को आशंका है कि रावलपिंडी में एक बड़ी वारदात करने का इरादा हमलावरों का था। लौंग मार्च के दिन वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता है। पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के प्रमुख रहमान मलिक ने पत्रकारों को बताया कि उनके पास पहले से ये सूचना थी कि रावलपिंडी और इस्लमाबाद में लौंग मार्च के आने पर हमला हो सकता है।
सोमवार को इस्लामाबाद तक विपक्षी दल पीएमएल एन और वकीलों का लौंग मार्च होना था लेकिन ऐन पहले प्रधानमंत्री यूसुफ रज़ा गिलानी ने निलंबित जोजं की बहाली का एलान कर दिया। इसके बाद विपक्षी नेता नवाज़ शरीफ़ ने भी आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी।
English Translation:
Nation-wide celebrations at the restoration of deposed Chief Justice Iftikhar Chaudhary were marred by a late night suicide attack near a crowded inter-city bus stop in Rawalpindi, the garrison city neighbouring the capital.
At least 10 people were killed and 20 people wounded in the bombing at Pir Wadhai, described by police officials and eyewitnesses as a suicide bombing.
The bombing was a reminder of the challenge that terrorism poses to Pakistan. Interior Ministry chief Rehman Malik warned last week that terrorists were planning to target the “long march” by opposition activists and lawyers to demand the restoration of the Mr. Chaudhary. The rally was called off after the government conceded the demand.
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