हिन्दी अनुवाद:
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों ने आपसी रजामंदी से एक वक्तव्य तैयार किया है। इसमें बीते दिनों उत्तर कोरिया द्वारा किए गए राकेट प्रक्षेपण की निंदा के अलावा उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है।
अमेरिका द्वारा तैयार इस वक्तव्य प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और जापान के राजदूतों ने मुलाकात की। बंद कमरे में दो घंटे तक चली जद्दोजहद के बाद पांचों देश के बीच समझौता हो गया। परिषद की सोमवार को बैठक होगी। तब इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
वक्तव्य में उत्तर कोरिया के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात शामिल है। आमतौर पर प्रस्ताव की तुलना में वक्तव्य को कमजोर माना जाता है। इसे जारी करने के लिए सुरक्षा परिषद के सभी 15 देशों की मंजूरी जरूरी होती है। 2006 में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने बाद सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव पेश किया था।
यह प्रस्ताव उत्तर कोरिया को बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण या परमाणु परीक्षण करने से रोकता है। जापानी राजदूतों ने उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग की थी। लेकिन चीन और रूस के कारण जापान को वक्तव्य से ही समझौता करना पड़ा। चीन और रूस का कहना है कि अभी इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया है।
English Translation:
The UN Security Council was expected to adopt a formal statement Monday, rebuking North Korea for its long-range rocket launch and calling for a tightening of existing sanctions against प्योंगयांग.
The non-binding draft was agreed Saturday in closed-door talks among the five permanent members of the council -- Britain, China, France, Russia and the United States -- plus Japan and was later submitted to the 10 non-permanent council members.
Mexico's UN Ambassador Claude Heller, the council chair this month, told reporters that the compromise text submitted by his US counterpart, Susan Rice, at an impromptu meeting of the 15-member body, "is an excellent basis for a consensual and clear message by the Security Council."That resolution, adopted in 2006 after North Korea's nuclear and missile tests, bars Pyongyang from conducting missile-related activities.
The United States, Japan, Britain and France had pressed for a strong UN response in the form of a resolution to the launch but China and Russia balked and urged restraint so as not to harm prospects for resuming the talks."after the dust of the missile settles a bit, we get back to the longer-term priority" of denuclearization talks.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों ने आपसी रजामंदी से एक वक्तव्य तैयार किया है। इसमें बीते दिनों उत्तर कोरिया द्वारा किए गए राकेट प्रक्षेपण की निंदा के अलावा उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है।
अमेरिका द्वारा तैयार इस वक्तव्य प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और जापान के राजदूतों ने मुलाकात की। बंद कमरे में दो घंटे तक चली जद्दोजहद के बाद पांचों देश के बीच समझौता हो गया। परिषद की सोमवार को बैठक होगी। तब इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
वक्तव्य में उत्तर कोरिया के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने की बात शामिल है। आमतौर पर प्रस्ताव की तुलना में वक्तव्य को कमजोर माना जाता है। इसे जारी करने के लिए सुरक्षा परिषद के सभी 15 देशों की मंजूरी जरूरी होती है। 2006 में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षण किए जाने बाद सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव पेश किया था।
यह प्रस्ताव उत्तर कोरिया को बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण या परमाणु परीक्षण करने से रोकता है। जापानी राजदूतों ने उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की मांग की थी। लेकिन चीन और रूस के कारण जापान को वक्तव्य से ही समझौता करना पड़ा। चीन और रूस का कहना है कि अभी इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं कि उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी की मिसाइल का परीक्षण किया है।
English Translation:
The UN Security Council was expected to adopt a formal statement Monday, rebuking North Korea for its long-range rocket launch and calling for a tightening of existing sanctions against प्योंगयांग.
The non-binding draft was agreed Saturday in closed-door talks among the five permanent members of the council -- Britain, China, France, Russia and the United States -- plus Japan and was later submitted to the 10 non-permanent council members.
Mexico's UN Ambassador Claude Heller, the council chair this month, told reporters that the compromise text submitted by his US counterpart, Susan Rice, at an impromptu meeting of the 15-member body, "is an excellent basis for a consensual and clear message by the Security Council."That resolution, adopted in 2006 after North Korea's nuclear and missile tests, bars Pyongyang from conducting missile-related activities.
The United States, Japan, Britain and France had pressed for a strong UN response in the form of a resolution to the launch but China and Russia balked and urged restraint so as not to harm prospects for resuming the talks."after the dust of the missile settles a bit, we get back to the longer-term priority" of denuclearization talks.
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